INDC Network : देश-दुनिया : डोनाल्ड ट्रंप ने एपस्टीन फाइल्स को बताया फर्जी, ओबामा-बाइडन और कोमी पर लगाया आरोप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को दावा किया कि ‘जेफ्री एपस्टीन फाइल्स’ पूरी तरह से फर्जी हैं और उन्हें उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है। ट्रंप ने इन फाइल्स को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी की साजिश करार दिया।
‘रशिया होक्स’ से की तुलना
अपने बयान में ट्रंप ने कहा कि एपस्टीन फाइल्स उसी तरह की “झूठी कहानी” हैं जैसी 2016 के चुनाव में रूस की कथित दखल पर आधारित रॉबर्ट मूलर की जांच थी। ट्रंप ने उस जांच को ‘रशिया होक्स’ कहकर खारिज किया था।
उन्होंने कहा, “हमने वर्षों तक रशिया होक्स जैसी चीजों का सामना किया। अब फिर से वही पैटर्न दोहराया जा रहा है, और यह एपस्टीन फाइल्स उसी साजिश का हिस्सा हैं।”
एपस्टीन केस पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने उन्हें फाइल्स की जानकारी दी है, तो उन्होंने कहा, “उन्होंने हमें बहुत संक्षिप्त जानकारी दी है।”
उन्होंने आगे कहा, “इन फाइल्स की विश्वसनीयता को लेकर जो बातें सामने आ रही हैं, वो सारी बातें झूठी हैं। ये फाइल्स ओबामा, बाइडन और कोमी द्वारा बनाई गई हैं।”
बॉन्डी और न्याय विभाग को सौंपा जिम्मा
अपने बयान में ट्रंप ने कहा कि अब फैसला अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और न्याय विभाग पर है कि वे किन दस्तावेजों को सार्वजनिक करना उपयुक्त समझते हैं। “जो कुछ भी उन्हें विश्वसनीय लगे, उन्हें वो जारी करना चाहिए। उन्होंने अब तक इसे अच्छी तरह संभाला है,” ट्रंप ने कहा।
एफबीआई और न्याय विभाग का जवाब
हाल ही में न्याय विभाग और एफबीआई ने एक ज्ञापन में कहा है कि उनके पास कोई सबूत नहीं है कि जेफ्री एपस्टीन ने कोई ‘क्लाइंट लिस्ट’ बनाई थी या वह किसी प्रभावशाली शख्स को ब्लैकमेल कर रहा था। साथ ही उन्होंने एपस्टीन की जेल में मौत को आत्महत्या बताया और कहा कि वे इस मामले पर और कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं करेंगे।