INDC Network : अमेठी,उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद में बुधवार की शाम एक हाई-प्रोफाइल अफसर की शर्मनाक हरकत सामने आई है। ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा शराब के नशे में धुत होकर हूटर बजाते हुए तेज़ रफ्तार गाड़ी चला रहे थे। पुलिस ने जब उन्हें रोका तो उन्होंने मुंशीगंज कोतवाली के SHO शिवाकांत त्रिपाठी का कॉलर पकड़ लिया और धक्का देकर अभद्रता की। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मामला कैसे शुरू हुआ?
यह घटना मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के अमेठी रोड की है। बुधवार शाम करीब 6:30 बजे ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा सरकारी गाड़ी में हूटर बजाते हुए काफी तेज गति से ड्राइव कर रहे थे। राहगीरों के अनुसार, वह नशे की हालत में वाहन चला रहे थे और कई लोगों को टक्कर लगने से बाल-बाल बचाया गया।
चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जब उन्हें रोकना चाहा तो वे तेजी से कार लेकर भाग निकले। पुलिस ने करीब 2 किलोमीटर तक पीछा कर उन्हें रोका।
SHO से बदसलूकी और वीडियो वायरल
कार से उतरते ही ड्रग इंस्पेक्टर पुलिस पर भड़क गए और SHO शिवाकांत त्रिपाठी से गाली-गलौज करने लगे। इसी दौरान उन्होंने SHO का कॉलर पकड़ लिया और धक्का भी दिया। एक राहगीर ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो में कमलेश मिश्रा कहते नजर आ रहे हैं:
“तुम 2800 ग्रेड पे वाले हो, मैं 5400 ग्रेड पे का पीसीएस अधिकारी हूं, मेरा वीडियो बनाओगे तो इज्जत गिरा दोगे।”
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत ड्रग इंस्पेक्टर को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। उनकी गाड़ी की जांच करने पर पता चला कि उसमें हूटर और पुलिस लाइट अवैध रूप से लगी हुई थी। इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके ब्लड सैंपल लिए गए हैं।
डीएम ने जांच कमेटी बनाई
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। इस कमेटी में CMO, ADM और असिस्टेंट कमिश्नर फूड ग्रेड-2 को शामिल किया गया है। समिति को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
पुराना विवादित इतिहास भी सामने आया
ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा का नाम पहले भी कई विवादों में आ चुका है। सरकारी पद पर रहते हुए इस तरह की हरकत ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।