INDC Network : आगरा,उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के लिए जल्द ही दो बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने राज्य में ग्वालियर और अलीगढ़ एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इन दोनों एक्सप्रेसवे की चौड़ाई छह लेन होगी और ये आगरा से शुरू होकर क्रमशः ग्वालियर और अलीगढ़ की ओर बढ़ेंगे।
सबसे खास बात यह है कि इन एक्सप्रेसवे पर लखनऊ एक्सप्रेसवे की तर्ज पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन, फूड प्लाजा और पेट्रोल पंप जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। यह व्यवस्था राज्य में तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।
ग्वालियर और अलीगढ़ एक्सप्रेसवे की प्रमुख विशेषताएं:
- ग्वालियर एक्सप्रेसवे: अनुमानित लागत ₹4200 करोड़
- अलीगढ़ एक्सप्रेसवे: अनुमानित लागत ₹3400 करोड़
- चौड़ाई: दोनों एक्सप्रेसवे छह लेन के होंगे
- निर्माण शुरू होने की अवधि: अगले दो माह में कार्य आरंभ
- निर्माण की अवधि: 22 से 24 माह में परियोजना पूर्ण
- प्रारंभिक बिंदु: दोनों एक्सप्रेसवे आगरा से शुरू होंगे
इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता:
एनएचएआइ के अधिकारियों के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या राज्य और देश भर में लगातार बढ़ रही है। हर हफ्ते नई कंपनियों द्वारा ई-वाहनों के नए मॉडल लॉन्च हो रहे हैं, जिससे इनकी संख्या और मांग दोनों में वृद्धि हुई है।
इसी को देखते हुए एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर चार्जिंग स्टेशन, फूड प्लाजा, पेट्रोल पंप, और सीएनजी स्टेशन विकसित किए जाएंगे। इसके लिए स्थान चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
सुविधाओं में लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसी विशेषताएं:
गौरतलब है कि लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पहले से ही इलेक्ट्रिक चार्जिंग की सुविधा मौजूद है, और उसी मॉडल को अब इन नए प्रोजेक्ट्स में अपनाया जाएगा। इससे यात्रियों को लंबी दूरी तय करते समय ऊर्जा की समस्या नहीं होगी और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा को बढ़ावा मिलेगा।
निर्माण एजेंसियां और जिम्मेदारी:
इन दोनों एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य एनएचएआइ की ग्वालियर और आगरा शाखा के तहत किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना न केवल परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश को एक स्मार्ट हाईवे नेटवर्क की दिशा में भी आगे बढ़ाएगी।