INDC Network : आगरा, उत्तर प्रदेश : 10 साल के बेटे की बहादुरी से मगरमच्छ के मुंह से बची पिता की जान
मगरमच्छ के जबड़े में फंसा पिता, बेटे ने दिखाई वीरता
आगरा जिले में एक बेहद साहसिक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार दोपहर चंबल नदी के किनारे वीरभान नामक व्यक्ति अपनी बकरियां चराने अपने तीन बच्चों – अवनीश, किरन और सूरज – के साथ गया था। तभी अचानक एक मगरमच्छ ने वीरभान का पैर पकड़ लिया और उसे पानी की ओर खींचने लगा।
अवनीश ने बिना डरे मगरमच्छ से की भिड़ंत
इस भयानक दृश्य को देखकर 10 वर्षीय बेटा अवनीश डरने की बजाय तुरंत हरकत में आया। उसने पास ही पड़ी लाठी उठाई और मगरमच्छ के मुंह पर जोर-जोर से वार करने लगा। अवनीश के लगातार 15-20 डंडों की चोट से मगरमच्छ विचलित हो गया और वीरभान को छोड़कर नदी में वापस चला गया।
भाई-बहन रोते हुए गांव पहुंचे, ग्रामीणों ने की मदद
मगरमच्छ से संघर्ष के बाद अवनीश की बहन किरन और भाई सूरज घबराकर गांव की ओर दौड़े और लोगों को घटना की जानकारी दी। ग्रामीण तुरंत ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और वीरभान को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहाँ के अधीक्षक डॉ. जितेंद्र वर्मा ने बताया कि वीरभान के दाहिने पैर में गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें बेहतर इलाज के लिए आगरा रेफर किया गया।
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पिता बोले – अगर बेटा न होता, तो शायद मैं जिंदा न रहता
घायल अवस्था में भी वीरभान ने बेटे की बहादुरी को सराहा और कहा कि अगर उस वक्त अवनीश उनके साथ न होता तो परिणाम गंभीर हो सकते थे। प्राथमिक विद्यालय में चौथी कक्षा का छात्र अवनीश कहता है, “मुझे डर तो लगा, लेकिन पापा को बचाने का हिम्मत कर लिया।”
पूरे गांव में हो रही है अवनीश की प्रशंसा
अवनीश की बहादुरी की खबर तेजी से पूरे गांव और आसपास के इलाके में फैल गई है। लोग उसकी हिम्मत और सूझबूझ की प्रशंसा कर रहे हैं। एक 10 साल के बच्चे का मगरमच्छ से भिड़ जाना और अपने पिता की जान बचा लेना एक मिसाल बन गया है।