INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद के जसमई चौराहे पर एक मक्का से लदा ट्रैक्टर गहरे गड्ढों के कारण पलट गया। हादसे में चालक तो सुरक्षित रहा, लेकिन ट्राली पलटने से दो राहगीर बाल-बाल बचे। स्थानीय लोगों ने बताया कि हर साल बरसात में सड़क पर गड्ढे और कीचड़ की वजह से ऐसी घटनाएं आम हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं देता।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में जसमई चौराहे पर सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब मक्का की बोरियों से भरा ट्रैक्टर सड़क पर बने गहरे गड्ढों की वजह से पलट गया। हादसा फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन से केवल 1 किलोमीटर दूर हुआ, जहां हर साल बारिश में यही हालात बन जाते हैं और दुर्घटनाएं आम हो जाती हैं।

भूपेंद्र सिंह, जो कि अलीपुर खेड़ा (जनपद फर्रुखाबाद) के निवासी हैं और इस ट्रैक्टर को चला रहे थे, ने बताया कि वे मक्का की बोरियां लेकर गाँव से बाजार जा रहे थे। ट्रैक्टर में 100 से 150 बोरियां भरी थीं, जिनमें प्रत्येक में लगभग 50 किलो मक्का था। जैसे ही ट्रैक्टर जसमई दरवाजे से फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ा, एक गड्ढे में भरे पानी से बचने की कोशिश में ट्रैक्टर असंतुलित होकर पलट गया।

भूपेंद्र सिंह ने बताया,
“गड्ढा बहुत बड़ा था और उसमें पानी भर गया था। मुझे अंदाजा नहीं था कि ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ जाएगा। ट्राली में वजन अधिक था और ट्रैक्टर पलट गया।”
हादसे की चपेट में आने से एक महिला और एक पुरुष बाल-बाल बच गए। प्रत्यक्षदर्शी फल विक्रेता सोनू कुशवाहा और अजय कुशवाहा ने बताया कि यदि ट्राली कुछ इंच आगे गिरती, तो यह दोनों लोग चपेट में आ सकते थे। सोनू ने बताया,
“यह कोई पहला हादसा नहीं है, हर साल बरसात में यही हाल होता है। गड्ढों में पानी भर जाता है, ट्रैफिक रुकता है और दुर्घटनाएं होती हैं।”
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि जसमई चौराहे पर हर वर्ष बरसात के दौरान सड़कें टूटी और गड्ढों से भरी रहती हैं। नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगता है, जिससे पूरा इलाका कीचड़ में तब्दील हो जाता है। सब्जी, फल और चाट बेचने वालों को खासी दिक्कत होती है।

सोनू कुशवाहा, श्याम बाबू, अजय और अन्य विक्रेताओं ने बताया कि ट्रैक्टर और अन्य भारी वाहन यहां से निकलने में डरते हैं।
“कई बार सड़क मरम्मत हुई लेकिन कभी टिकाऊ नहीं बनी। हल्की बरसात में भी सड़क बर्बाद हो जाती है और प्रशासन आंखें मूंद लेता है,” अजय ने बताया।
यह हादसा एक बार फिर उजागर करता है कि फर्रुखाबाद जैसे जिलों में सड़कों की खराब स्थिति और गहरे गड्ढे आम जनता की जान पर भारी पड़ सकते हैं। नगर निगम या प्रशासन द्वारा इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जसमई चौराहे और मुरहास कन्हैया रोड को तत्काल दुरुस्त किया जाए, ताकि और हादसे न हों।
INDC Network की टीम जब मौके पर पहुंची तो देखा कि सड़क वाकई बुरी हालत में थी, नालियां जाम थीं और गड्ढे जलभराव से खतरनाक हो गए थे। अगर प्रशासन समय रहते जागरूक नहीं हुआ तो यह हालात और भी जानलेवा बन सकते हैं।

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