INDC Network : आजमगढ़, उत्तर प्रदेश : आजमगढ़ जनपद में मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब रोडवेज परिसर में डग्गामार वाहनों की मनमानी से परेशान होकर रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। दरअसल, अवैध रूप से चल रहे दर्जनों डग्गामार वाहन परिसर में घुस आए और बस में बैठे यात्रियों को जबरन उतारकर अपने वाहनों में बैठाने लगे।
इस दृश्य को देख रोडवेज कर्मचारियों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बताया गया कि बलिया डिपो की एक बस दिल्ली के लिए रवाना होने वाली थी, जो यात्रियों के इंतजार में खड़ी थी। इसी बीच डग्गामार वाहन चालक आए और यात्रियों को जबरन खींचकर अपने वाहनों में बैठाने लगे।
जब बस के परिचालक कृष्ण कुमार पांडे ने इसका विरोध किया, तो डग्गामार चालकों ने उन्हें धमकाया। यात्रियों ने भी बताया कि उन्हें जबरन बस से उतारकर प्राइवेट वाहनों में बैठने को मजबूर किया गया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही अन्य रोडवेज कर्मचारी भी आक्रोशित हो उठे। उन्होंने एकजुट होकर डग्गामार चालकों का पीछा किया। कुछ लोगों को पकड़ कर पीटा भी गया, जबकि कई फरार हो गए।
रोडवेज कर्मचारियों का आरोप है कि आरटीओ और एआरटीओ की मिलीभगत से यह डग्गामार वाहन बिना किसी रोक-टोक के चल रहे हैं। ये वाहन न तो निर्धारित रूट का पालन करते हैं और न ही यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हैं। अधिकांश गाड़ियाँ अनुबंधित नहीं होतीं और अनियमित रूप से सवारियां भरती हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन और पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आगे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस देर से मौके पर पहुंची। उन्होंने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कर्मचारियों का गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था।
फिलहाल, प्रशासन द्वारा मामले की जांच का आश्वासन दिया गया है, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि जब तक डग्गामार वाहनों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।