INDC Network : जैतपुर, दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली के जैतपुर इलाके के हरिनगर गांव में रविवार को भारी बारिश के चलते एक दर्दनाक हादसा हुआ। बारिश के पानी से कमजोर हुई एक प्लॉट की बाउंड्री दीवार अचानक ढह गई और उसके नीचे झुग्गियों में रह रहे आठ लोग दब गए। इनमें तीन मासूम बच्चियों समेत सभी की मौत हो गई।
हादसा सुबह के समय हुआ, जब इलाके में लगातार बारिश हो रही थी। जिस प्लॉट में यह दीवार बनी थी, उसके भीतर कई मजदूर परिवारों ने अस्थायी झुग्गियां डाल रखी थीं। दीवार का मलबा सीधा झुग्गियों पर गिरा, जिससे वहां मौजूद लोग बाहर निकल भी नहीं पाए।
मृतकों की पहचान आठ वर्षीय रविना, आठ वर्षीय हसीना, सात वर्षीय रुकसाना, 30 वर्षीय ओबीयुल, 40 वर्षीय मुतजली, 26 वर्षीय सफीकुील और 25 वर्षीय डोली के रूप में हुई है। सभी मूल रूप से पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले के रहने वाले थे और दिल्ली में कूड़ा बीनने का काम करके अपना गुजारा करते थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, दीवार पहले से ही जर्जर हालत में थी, और लगातार हो रही बारिश ने इसकी नींव को कमजोर कर दिया था। दीवार गिरते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। आस-पास के लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जैतपुर स्थित हरिनगर में एक इमारत का हिस्सा गिरने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही दो दमकल वाहन मौके पर रवाना किए गए और तुरंत राहत-बचाव अभियान शुरू किया गया। मलबे से आठों लोगों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक सभी की जान जा चुकी थी।
हादसे के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और मलबा हटाने का काम शुरू किया। नगर निगम और आपदा प्रबंधन की टीमों को भी मौके पर बुलाया गया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में कई पुरानी और कमजोर दीवारें व इमारतें हैं, जो बारिश के मौसम में खतरनाक साबित हो सकती हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि ऐसी जर्जर संरचनाओं का तुरंत निरीक्षण कर उन्हें गिरा दिया जाए, ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
इस घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है। मृतकों के परिवार अब बेघर हो गए हैं और उनका सारा सामान मलबे में दबकर नष्ट हो गया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।