INDC Network : बदायूं, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बिल्सी थाना क्षेत्र के सतेती चौराहा के पास निजी बस को बचाने के प्रयास में बदायूं डिपो की रोडवेज बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खंती में घुस गई। बस में सवार 13 यात्रियों में से दो महिलाएं मामूली रूप से घायल हुईं, जबकि बाकी यात्री सुरक्षित बच गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह के समय बदायूं बस स्टैंड से दिल्ली के लिए रवाना हुई रोडवेज बस में 13 यात्री सवार थे। बस का संचालन बदायूं डिपो के चालक सुबोध कुमार कर रहे थे और उनके साथ परिचालक भी मौजूद थे। रास्ते में बिल्सी थाना क्षेत्र के भीतर एक निजी बस चालक ने लापरवाही दिखाते हुए रोडवेज बस को ओवरटेक करने का प्रयास किया।
ओवरटेक करने के तुरंत बाद निजी बस चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए। इस स्थिति में रोडवेज चालक ने टक्कर से बचने के लिए स्टीयरिंग मोड़ दी, लेकिन इससे बस का पहिया सड़क से नीचे उतर गया। नियंत्रण खोने के बाद बस खंती में जा गिरी। हादसा होते ही बस में सवार यात्री घबरा गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
दो महिलाएं मामूली घायल, बाकी यात्री सुरक्षित हादसे में बसंत नगर निवासी चंद्रवती और बदायूं निवासी राखी के हाथ में चोट आई। दोनों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भिजवाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। गनीमत रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई और सभी यात्रियों की जान सुरक्षित रही।
पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई हादसे की सूचना मिलते ही बिल्सी थाना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। बिल्सी एसडीएम रिपुदमन सिंह ने बताया कि मौके पर पहुंचकर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। उन्होंने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और निजी बस चालक की लापरवाही की पुष्टि होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश ग्रामीणों ने बताया कि सतेती चौराहा और आसपास का क्षेत्र पहले भी कई हादसों का गवाह रहा है। यहां निजी बस चालक अक्सर तेज रफ्तार और गलत तरीके से ओवरटेक करते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर यातायात व्यवस्था को कड़ा करने की मांग की है।
सावधानी की अपील परिवहन विभाग ने सभी बस चालकों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और ओवरटेक करने से पहले सड़क की स्थिति का ध्यान रखें। विभाग का कहना है कि यात्रियों की जान से खिलवाड़ करने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।