INDC Network : अलीगढ़, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। अतरौली तहसील के नरौना आकापुर गांव स्थित एक स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र में 9 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी-दस्त और सिर दर्द की शिकायत होने लगी, जिससे केंद्र में मौजूद कार्यकर्ता तुरंत सतर्क हो गए।
चूरन समझकर खा ली जहरीली दवा
जांच के दौरान यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि एक बच्ची घर से गेहूं में रखने वाली जहरीली दवाका पाउच चूरन समझकर ले आई थी। बच्ची ने न सिर्फ खुद यह जहरीला पदार्थ खा लिया, बल्कि अपने साथ पढ़ने वाले 8 अन्य बच्चों को भी खिला दिया।
जिन बच्चों ने यह दवा खाई, उनमें मुस्कान, निखिल, राधिका, नेहा, काका, रोशनी, सुमन और यश शामिल हैं। बच्ची ने बताया कि उसने यह पाउच घर की अलमारी से यह सोचकर निकाला कि यह कोई स्वादिष्ट चूरन है।
कमरे में फैली दुर्गंध से हुआ खुलासा
शुक्रवार को बच्चों को दोपहर का भोजन मिलने से पहले वे पढ़ाई कर रहे थे। तभी आंगनबाड़ी केंद्र के कमरे में अचानक दुर्गंध फैलने लगी। कार्यकर्ता चंद्रवती, महेंद्र कौर और योगेश को शक हुआ और उन्होंने बच्चों से पूछा कि क्या किसी ने कुछ खाया है।
सवाल पूछे जाने पर एक बच्ची ने डरते हुए एक पाउच फेंक दिया। जब कार्यकर्ताओं ने उसे उठाकर देखा तो वह गेहूं को घुन से बचाने वाली जहरीली दवा का पाउच निकला।
बच्चों की बिगड़ती हालत देख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पास के स्कूल में मौजूद शिक्षकों को सूचना दी। स्कूल स्टाफ और गांव वालों की मदद से बच्चों को बाइकों के जरिए अतरौली के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
सरकारी अस्पताल में डॉ. अवनींद्र यादव ने सभी को प्राथमिक उपचार दिया और बताया कि बच्चों की हालत जहरीला पदार्थ खाने से बिगड़ी है। स्थिति को गंभीर समझते हुए डॉक्टरों ने सभी बच्चों को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
अब सभी बच्चे खतरे से बाहर
मेडिकल कॉलेज में बच्चों की हालत फिलहाल स्थिर और खतरे से बाहर बताई गई है, लेकिन डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। इस घटना के बाद पूरे गांव में चिंता और भय का माहौल है।
अभिभावकों की चिंता और सवाल
घटना के बाद अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित नजर आए। यह सवाल भी उठ रहे हैं कि बच्चों की निगरानी और घरेलू वस्तुओं की सुरक्षा को लेकर और सतर्कता क्यों नहीं बरती जाती।