फर्रुखाबाद (कम्पिल): जनपद फर्रुखाबाद के कम्पिल क्षेत्र में शनिवार दोपहर खुदाई के दौरान एक प्राचीन पत्थर की प्रतिमा प्राप्त हुई है। यह प्रतिमा भगवान बुद्ध की बताई जा रही है, जिसमें वे ध्यान मुद्रा में विराजमान हैं। विशेष बात यह है कि प्रतिमा के पीछे और ऊपर नाग के फन फैले हुए हैं, जो संरक्षण और करुणा का प्रतीक माने जाते हैं।
मिली हुई प्रतिमा में भगवान बुद्ध की चार प्रतिमाएँ हैं, जो चारों दिशाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह कला शैली बौद्ध धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसे नागवंश तथा नाग परंपरा से जुड़ी बौद्ध धारणाओं का प्रतीक माना जाता है। यह प्रतिमा उस क्षण का प्रतीक है जब भगवान बुद्ध ध्यान में लीन थे और तभी एक भारी वर्षा आई। तब नागराज मूचालिंद (Muchalinda) ने अपनी फन फैलाकर बुद्ध की रक्षा की।
जानकारी के अनुसार, यह प्रतिमा ऋषभ गुप्ता और दिनेश गुप्ता की जमीन पर खुदाई के दौरान दोपहर लगभग 1:00 बजे मिली। ग्रामीणों के अनुसार, प्रतिमा पूरी तरह पत्थर से निर्मित है और इसकी बनावट से यह स्पष्ट होता है कि यह किसी प्राचीन बौद्ध स्थल का अवशेष हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी प्रतिमाएँ आमतौर पर प्राचीन बौद्ध मठों, विहारों और सभ्यताओं के अवशेषों से संबंधित होती हैं, जो समय के साथ मिट्टी में दब गईं और अब पुरातात्त्विक खुदाई के दौरान पुनः सामने आ रही हैं। क्षेत्रवासियों ने प्रतिमा को सुरक्षित स्थान पर रख दिया है और प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस ने प्रतिमा को पुरातत्व विभाग को सौंप दिया है