INDC Network : औरैया, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक चौंकाने वाला साइबर क्राइम मामला सामने आया है। जिले की साइबर सेल ने एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है, जो अब तक 15 लाख रुपये की साइबर ठगी कर चुका था। खास बात यह रही कि आरोपी ने इस पूरी राशि को विभिन्न ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स पर निवेश कर दिया था। पुलिस ने उसे टेक्निकल सर्विलांस और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी की मदद से ट्रैक कर उसके घर से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान शिवम वर्मा पुत्र उदयवीर सिंह निवासी ग्राम मड़ौली, थाना बेला के रूप में हुई है। आरोपी के पास से पुलिस ने ₹14,200 नगद, ₹42,200 मूल्य का मोबाइल फोन और ₹90,000 की ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े लेन-देन का डेटा बरामद किया है। इन साक्ष्यों को देखते हुए पुलिस ने केस को साइबर फ्रॉड और अवैध ऑनलाइन जुआ गतिविधियों से जोड़कर मुकदमा दर्ज किया है।
कैसे करता था ठगी?
पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि शिवम वर्मा फर्जी कॉल, मैसेज और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपनी चाल में फंसाता था। वह पीड़ितों से ओटीपी, बैंक डिटेल्स और पासवर्ड हासिल करता था। इसके बाद उनके बैंक खातों से मोटी रकम निकालकर उसे ऑनलाइन सट्टा और बेटिंग वेबसाइट्स में लगा देता था। इस प्रक्रिया को अंजाम देने में वह किसी गिरोह का हिस्सा भी हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है।
कब और कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि 15 जुलाई 2025 को साइबर सेल को शिकायत प्राप्त हुई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा बैंक खातों से पैसे गायब हो रहे हैं। जब इस पर जांच शुरू हुई तो टेलीकॉम डेटा, डिजिटल ट्रांजैक्शन और आईपी ट्रेसिंग के आधार पर आरोपी की पहचान हुई। 26 जुलाई को आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक का बयान:
एसपी चारू निगम ने कहा,
“हालांकि आरोपी की उम्र कम है, लेकिन वह पूरी तरह से साइबर अपराध के तौर-तरीकों में पारंगत हो चुका था। उसने लोगों की मेहनत की कमाई को छल से अपने कब्जे में लेकर सट्टेबाजी में गंवा दिया। यह घटना एक चेतावनी है कि टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल समाज को कितना नुकसान पहुंचा सकता है।”
उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट, धोखाधड़ी और जुआ अधिनियम के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश की जा रही है।
जनता को चेतावनी:
पुलिस ने इस घटना के बाद आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान नंबर, लिंक या ऐप के झांसे में न आएं। अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स और ओटीपी साझा न करें। खासतौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी जैसी गतिविधियों से दूर रहें, क्योंकि यह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि आपके निजी डेटा और पैसों को भी जोखिम में डाल सकता है।



















