INDC Network : प्रयागराज, उत्तर प्रदेश : प्रयागराज में शुक्रवार को कांवड़ यात्रा के दौरान एक बड़ा विवाद हो गया। सरायं ख्वाजा मऊआइमा गांव के पास डीजे बजाने को लेकर नमाजी और कांवड़ियों के बीच तनाव फैल गया। पीड़ितों का आरोप है कि नमाज के समय डीजे की आवाज कम करने की बात कहकर नमाजियों ने लाठी-डंडे और तलवार से हमला कर दिया। हमले में कई श्रद्धालु घायल हो गए।
कांवड़ यात्रा में शामिल महेंद्र कुमार द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, वे दोपहर करीब 1:30 बजे डीजे के साथ भोलेनाथ को जल चढ़ाने जा रहे थे। तभी मस्जिद की दिशा से आए करीब 50 से अधिक लोग, जिनमें तौहीद, यामीन, तस्लीम, मोहम्मद सहिल, जीशान सहित अन्य नामजद आरोपी शामिल थे, उन्होंने अचानक यात्रा पर हमला कर दिया। उनके हाथों में लाठी, डंडे, तलवार जैसे हथियार थे।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इस हमले के दौरान महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई, उन्हें घसीटा गया, कपड़े फाड़े गए और यात्रियों से पैसे व जेवर छीन लिए गए। भगवा झंडा फाड़ने और मोबाइल तोड़ने की बात भी सामने आई है। महेंद्र ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने कहा, “यहां यात्रा नहीं निकाल सकते, अगली बार जान से मार देंगे।”
घटना के तुरंत बाद दो थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में भी धक्का-मुक्की जारी रही, लेकिन किसी तरह हालात को काबू में किया गया। कांवड़ियों की ओर से दी गई तहरीर पर 15 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
दूसरी ओर, दूसरे पक्ष के आसिफ और रिजवान ने बताया कि नमाज के दौरान डीजे बज रहा था, इसलिए आवाज कम करने को कहा गया। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, लेकिन तलवार या पथराव जैसे आरोप बेबुनियाद हैं। उनका कहना है कि वादी जानबूझकर गांव के लोगों को फंसा रहा है।
डीसीपी गंगानगर कुलदीप गुणावत ने जानकारी दी कि विवाद डीजे को लेकर हुआ, लेकिन पुलिस ने मामले को जल्द ही शांत कर दिया। मऊआइमा के इंस्पेक्टर पंकज अवस्थी ने कहा कि जुमे की नमाज के दौरान डीजे की आवाज को लेकर विवाद हुआ था, फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच चल रही है।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है, लेकिन सुरक्षा बल की मौजूदगी में कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्वक निकाला गया। पुलिस आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। इस प्रकार यह मामला धार्मिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था की दृष्टि से गंभीर बन गया है, जिसकी निष्पक्ष जांच और न्यायिक कार्रवाई की आवश्यकता है।