INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : दहेज की मांग में बेटी की हत्या, मां ने राजेपुर थाना प्रभारी को दी तहरीर
जनपद फर्रुखाबाद के राजेपुर थाना क्षेत्र में दहेज लोभियों की क्रूरता ने एक और विवाहिता की जान ले ली। मृतका रीता, जिनकी शादी लगभग छह वर्ष पूर्व पवन पाण्डेय पुत्र स्व. छेदालाल पाण्डेय निवासी ग्राम कमालद्दीनपुर से हुई थी, उनकी 28 जुलाई 2025 को संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई।
मृतका की मां गुड्डी देवी पत्नी स्व. दिनेश कुमार तिवारी, निवासी ग्राम मदनपुर थाना मोहम्मदाबाद, ने थाना राजेपुर में तहरीर देकर ससुराल पक्ष के 8 लोगों पर दहेज प्रताड़ना, बलात्कार का प्रयास, मानसिक और शारीरिक शोषण तथा हत्या जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
दहेज में सोने की चैन और कार की मांग
तहरीर के अनुसार, विवाह के कुछ समय बाद से ही रीता के ससुराल वाले सोने की चैन और कार की लगातार मांग कर रहे थे। जब रीता ने मना किया कि उसके मायके पक्ष के पास इतने संसाधन नहीं हैं, तो उसे गाली-गलौज कर मारपीट की जाती थी। यहां तक कि खाने-पीने की भी उपेक्षा की जाती थी।
ससुरालियों पर बलात्कार का प्रयास और जान से मारने की धमकी
रीता की मां के अनुसार, जेठ मनोज व पंकज ने नशीला पदार्थ खिलाकर कई बार अवैध संबंध बनाने की कोशिश की। जब रीता ने इस बात की जानकारी मां को दी और गुड्डी देवी ने ससुराल वालों को फोन किया, तो उन्हें और उनकी बेटी को जान से मारने की धमकियां दी गईं।
हत्या के बाद चुपचाप अंतिम संस्कार की कोशिश
28 जुलाई को रीता की हत्या कर दी गई, लेकिन इसकी सूचना न तो मायके पक्ष को दी गई और न ही पुलिस को। पड़ोसियों की कॉल पर जानकारी मिलने पर गुड्डी देवी अपने बेटे, बेटी और दामाद के साथ मौके पर पहुंचीं तो देखा कि रीता की लाश ज़मीन पर पड़ी थी और ससुरालीजन बिना जानकारी के उसका अंतिम संस्कार करने की कोशिश कर रहे थे।
गुड्डी देवी ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
अब तक नहीं हुई गिरफ्तारी, पीड़िता की मां ने की कार्रवाई की मांग
गुड्डी देवी ने तहरीर में पति पवन पाण्डेय, सास कमला देवी, जेठ मनोज व पंकज, देवर गौरव, देवरानी आरती, ननद कुमकुम व अनुपम पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और वह न्याय की प्रतीक्षा कर रही हैं।
यह मामला एक बार फिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा और दहेज प्रथा की भयावह सच्चाई को उजागर करता है। आवश्यकता है कि पुलिस जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलवाए और पीड़ित परिवार को न्याय प्रदान करे।



















