INDC Network : अलीगढ़,उत्तर प्रदेश : अलीगढ़ जिले में यमुना एक्सप्रेसवे के पास भूमि घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है। जेएसएम कंपनी के मालिकों और तीन भू-माफियाओं ने किसानों की जमीन को फर्जी तरीके से बेचकर करोड़ों रुपये की ठगी की। पुलिस ने शनिवार को इस मामले का खुलासा करते हुए गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है और करीब 61 करोड़ रुपये की कीमत वाली 40,596.613 वर्गमीटर भूमि को कुर्क कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, गैंग के सरगना अजीत कुमार रमण निवासी यूसुफपुर चक सबेरी, ग्रेटर नोएडा, तथा उसके दो साथी श्रवण कुमार निवासी विशनपुर नोएडा और प्रवीन कुमार निवासी शांति विहार, तिगरी, चिपयाना खुर्द ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे किसानों की जमीन का फर्जी बैनामा करके निवेशकों से ठगी की थी। आरोपियों पर पूर्व में भी विभिन्न थानों में जमीन से जुड़ी ठगी के मामले दर्ज हैं।
इस खेल को चलाने के लिए हर शनिवार और रविवार को टप्पल क्षेत्र में टेंट लगाकर भूमि मेला आयोजित किया जाता था, जिसमें निवेशकों को फर्जी नक्शे और दस्तावेज दिखाकर जमीनें बेची जाती थीं। 2023 में कुछ निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें जिस जमीन का बैनामा दिखाया गया था, वह जमीनी स्तर पर कुछ और निकली। कुछ को जमीन नहीं मिली तो कुछ को न तो जमीन दी गई और न ही पैसा लौटाया गया।
एसएसपी संजीव सुमन के निर्देशन में पुलिस ने योजना बनाकर कार्रवाई की। एसपी अमृत जैन और सीओ वरुण सिंह के नेतृत्व में एक टीम सादे कपड़ों में निवेशक बनकर मेला स्थल पर पहुंची और जब सारे दस्तावेजों और गतिविधियों की पुष्टि हो गई तो तत्काल कार्रवाई की गई।
पुलिस ने गोरौले गांव में स्थित आरोपियों की 61 करोड़ की भूमि को कुर्क कर लिया है। इसके साथ ही उनकी गाड़ियों और अन्य चल-अचल संपत्तियों की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि फर्जीवाड़े से कमाए गए पैसे को कहां-कहां निवेश किया गया।
एसएसपी ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को ₹25,000 का इनाम भी घोषित किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में पुलिस कठोरतम कार्रवाई करेगी ताकि भविष्य में कोई निवेशक ठगा न जाए।
यह मामला राज्य में रियल एस्टेट और भूमि माफियाओं के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है, जहां जमीनों की खरीद-फरोख्त में होने वाले फर्जीवाड़ों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन सक्रिय है। पुलिस के अनुसार अन्य निवेशकों की शिकायतों की भी गहन जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य संपत्तियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।