INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : भारतीय किसान यूनियन टिकैत की मासिक समीक्षा बैठक में किसानों ने लिंक एक्सप्रेसवे और बांध से जुड़ी समस्याओं पर वार्ता न होने पर नाराजगी जताई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 6 अक्टूबर को बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती कलेक्ट्रेट परिसर में धूमधाम से मनाई जाएगी और उसी दिन से किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन भी करेंगे। किसानों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए बंद किए गए पोर्टल को फिर से चालू करने की मांग भी की।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने जिला प्रशासन को दो टूक चेतावनी दी है कि यदि 5 अक्टूबर तक लिंक एक्सप्रेसवे और बांध को लेकर किसानों से कोई ठोस वार्ता नहीं की गई, तो 6 अक्टूबर से किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।
रविवार 28 सितंबर 2025 को हुई मासिक समीक्षा बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शाक्य और जिला अध्यक्ष अजय कटियार ने कहा कि किसानों ने 22 सितंबर को हुई महापंचायत में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। उस समय प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि समस्याओं का शीघ्र निस्तारण किया जाएगा, लेकिन अब तक किसानों से कोई वार्ता नहीं हुई।
अजय कटियार ने कहा कि यह आंदोलन किसानों की मजबूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 6 अक्टूबर को किसानों के मसीहा बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती कलेक्ट्रेट परिसर में धूमधाम से मनाई जाएगी और इसी दिन से धरना-प्रदर्शन शुरू होगा।
बैठक में बाढ़ पीड़ित किसानों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा। किसानों ने कहा कि मुआवजे के लिए डाटा फीडिंग का पोर्टल बंद कर दिया गया है, जिससे कई किसान अपना डेटा अपलोड नहीं करा पाए और वे मुआवजे से वंचित रह गए। संगठन ने मांग की कि पोर्टल को दोबारा खोला जाए ताकि सभी प्रभावित किसानों को राहत मिल सके।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मिश्रा, ब्रजेश गंगवार, जिला महासचिव अभय यादव, जिला प्रचार मंत्री राजेश गंगवार, संगठन मंत्री अरविंद गंगवार सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में अनिश्चितकालीन धरना देने का संकल्प लिया।
यह साफ है कि यदि प्रशासन ने तुरंत पहल नहीं की तो 6 अक्टूबर से कलेक्ट्रेट परिसर किसानों के आंदोलन का केंद्र बनेगा।