INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद जिले में शनिवार शाम एक ऑयल व बायोडीजल फैक्ट्री में अचानक लगी भीषण आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। धमाकों की आवाजें कई किलोमीटर तक सुनाई दीं और आग की लपटें 1 किलोमीटर दूर से दिख रही थीं। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुटी हैं।
जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के सादिकपुर गांव स्थित एक बायोडीजल और ऑयल फैक्ट्री में शनिवार शाम संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही मिनटों में उसने पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। आग के साथ हुए लगातार सिलेंडर और ड्रम धमाकों ने इलाके में दहशत फैला दी।
आग की लपटें करीब 1 किलोमीटर दूर तक साफ दिखाई दे रही थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्लांट में रखे बायोडीजल के ड्रम एक-एक कर फटते रहे, जिससे लगातार तेज धमाकों की आवाजें आती रहीं। ग्रामीणों ने बताया कि धमाकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि घर की खिड़कियां और दरवाजे तक हिल गए।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां, पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। नवाबगंज प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस बल के साथ क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया और दिल्ली-फर्रुखाबाद मार्ग पर आवागमन बंद करवा दिया गया ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो। यातायात रोक दिए जाने से यात्रियों को कुछ देर परेशानी का सामना करना पड़ा।
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के अनुसार, आग के केंद्र के आसपास का तापमान अत्यधिक अधिक हो जाने के कारण दमकलकर्मी लपटों के नजदीक तक नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि धमाकों की श्रृंखला जारी है और आसपास के इलाके को खाली कराया जा रहा है।
घटना स्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम करीब 7 बजे के आसपास आग की पहली लपटें दिखाई दीं। कुछ ही देर में फैक्ट्री से तेज आवाजें आने लगीं और आसमान में धुएं का विशाल गुबार छा गया। आग इतनी प्रचंड थी कि उसका असर सड़क के दोनों ओर स्थित घरों और दुकानों तक महसूस किया गया।
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार अभी तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फैक्ट्री के भीतर मौजूद भारी मात्रा में ऑयल और डीजल सामग्री के कारण स्थिति बेहद खतरनाक बनी हुई है।




जिला प्रशासन ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। राहत कार्य में नगर पालिका और आस-पास के थानों की टीमें सहयोग कर रही हैं।
यह घटना एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों और निरीक्षण प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बायोडीजल जैसे ज्वलनशील पदार्थों की हैंडलिंग में हल्की सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
वर्तमान में आग बुझाने का प्रयास जारी है और घटना के कारणों की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है।
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