INDC Network : मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश : शनिवार सुबह मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई। यहां प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कुछ कांवड़ियों ने मामूली विवाद के बाद सीआरपीएफ जवान को लात-घूसों से पीट दिया। यह घटना जवान के छोटे बेटे के सामने हुई। हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार नाबालिग बताए जा रहे हैं।
घटना देहात कोतवाली क्षेत्र के खुटहां गांव निवासी सीआरपीएफ जवान गौतम के साथ हुई। वह वर्तमान में मणिपुर में तैनात हैं और ड्यूटी पर लौटने के लिए ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे। वह अपने पुत्र और एक सहयोगी के साथ स्टेशन पर पहुंचे थे। उसी समय काफी संख्या में कांवड़िये भी स्टेशन पर मौजूद थे, जो इसी ट्रेन से बैजनाथ धाम जा रहे थे।
कैसे हुआ विवाद?
बताया जा रहा है कि स्टेशन पर कुछ बात को लेकर जवान और कांवड़ियों के बीच बहस हो गई। विवाद बढ़ते ही अचानक कांवड़ियों ने सीआरपीएफ जवान पर हमला बोल दिया। जवान को जमीन पर गिराकर बुरी तरह पीटा गया। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि जवान का बेटा उसे उठाने की कोशिश करता है, लेकिन कांवड़िये दोबारा हमला कर देते हैं और उसे फिर से पीटते हैं।
घटना के समय रेलवे स्टेशन के अधीक्षक रविंद्र कुमार ने तुरंत कर्मचारियों को भेजा, जिन्होंने बीच-बचाव किया। लेकिन तब तक आरोपित कांवड़िये स्टेशन से भाग चुके थे। वीडियो के वायरल होते ही आरपीएफ और जीआरपी ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
गिरफ्तार हुए आरोपित
आरपीएफ प्रभारी चमन सिंह तोमर ने बताया कि सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से चार नाबालिग हैं, जबकि तीन बालिग अभियुक्त हैं — सत्यम, अभिषेक साहू (निवासी फतहां, शहर कोतवाली) और अभय तिवारी (कजरहवा पोखरा)। सभी को चालान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जवान ने दर्ज कराई तहरीर, रवाना हुआ ड्यूटी पर
घटना के बाद जवान ने आरपीएफ को तहरीर सौंपी और ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस से मणिपुर के लिए रवाना हो गए। विवाद का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन स्थानीय सूत्रों का कहना है कि टिकट लेने या गांजा मांगने को लेकर विवाद हुआ था, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
स्थानीय प्रशासन पर सवाल
रेलवे स्टेशन जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर कांवड़ियों द्वारा इस प्रकार की हिंसा ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों ने पुलिस और रेलवे से कड़ी कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग की है।