INDC Network : फर्रुखाबाद/मैनपुरी, उत्तर प्रदेश : संकिसा स्थित धम्मा लोको बुद्ध विहार में बौद्ध आर्मी संगठन ने गणितज्ञ रत्नेश कुमार को गणित के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मानित किया। कार्यक्रम में संगठनात्मक विचार गोष्ठी व बुद्ध शिक्षाओं पर चर्चा हुई। इस अवसर पर गणितज्ञ रत्नेश कुमार को गणित में किए गए शोध और खोजों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया।
संकिसा की पावन भूमि पर स्थित धम्मा लोको बुद्ध विहार में रविवार को बौद्ध आर्मी संगठन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह और संगठनात्मक विचार गोष्ठी भव्यता और उत्साह के साथ सम्पन्न हुई। इस अवसर पर देशभर से संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्र हुए और महात्मा बुद्ध के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया।
इस कार्यक्रम की विशेषता रही कि संगठन ने गणितज्ञ रत्नेश कुमार को गणित और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मानित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक शाक्य और महासचिव कोमल सिंह शाक्य ने उन्हें संगठन की टीशर्ट, पंचशील पट्टिका और पंचशील मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। यह सम्मान उनके द्वारा किए गए शोध कार्यों और नवाचारों को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया गया।
रत्नेश कुमार को यह सम्मान उनके “विभाज्यता का महासूत्र”, “विभाज्यता का तीव्रतम महासूत्र”, संख्या बटे शून्य के मान पर शोध कार्य, भारत सरकार से कॉपीराइट रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र प्राप्त करना, तथा सबसे छोटी संख्या लिखने की नई अवधारणा की खोज जैसी उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया। हाल ही में शिक्षक दिवस के अवसर पर उनका शोध कार्य राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, लखनऊ की “उद्गम पुस्तक” और उद्गम पोर्टल पर प्रकाशित हुआ। इस पुस्तक का विमोचन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।
यह उपलब्धि न केवल शिक्षा जगत में बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व का विषय मानी गई। इससे पहले भी रत्नेश कुमार को दिल्ली, पंजाब, प्रयागराज, प्रतापगढ़, आगरा, मथुरा, गौतम बुध नगर, मैनपुरी, इटावा, अलीगंज और जीवनपुर में आयोजित विभिन्न राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर की संस्थाओं द्वारा आदर्श शिक्षा रत्न सम्मान, कलम रत्न सम्मान, नवोदय क्रांति नेशनल अवार्ड, राष्ट्र निर्माता पुरस्कार, प्रोत्साहन सम्मान, और उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से नवाजा जा चुका है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकित बौद्ध, प्रदेश अध्यक्ष कन्हैयालाल शाक्य, तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए जिला अध्यक्ष और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने रत्नेश कुमार के कार्यों को समाज और शिक्षा की दिशा में प्रेरणादायक बताया।
विचार गोष्ठी में महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
👉 वक्ताओं ने कहा कि सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना आज भी प्रासंगिक है।
👉 समाज की निस्वार्थ सेवा को सर्वोपरि बताया गया।
👉 संगठन की मजबूती के लिए एकजुट होकर विचार साझा करने पर बल दिया गया।
इस आयोजन ने बौद्ध आर्मी संगठन के मिशन “बुद्धमय भारत” को और मजबूत किया। कार्यक्रम में करुणा, समता और ज्ञान के संदेश को व्यापक रूप से प्रचारित किया गया, जिससे समाज के हर वर्ग में समानता और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहन मिले।
धम्मा लोको बुद्ध विहार में हुए इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि शिक्षा और शोध कार्य केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि पूरे समाज की धरोहर हैं। बौद्ध आर्मी संगठन ने एक बार फिर यह साबित किया कि सामाजिक उत्थान और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
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