INDC Network : औरैया, उत्तर प्रदेश : जिले के कोतवाली क्षेत्र के जेतापुर गांव में बुधवार देर रात भारी बारिश के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें एक मकान की छत गिरने से परिवार की तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि पूरे गांव में कोहराम मच गया और परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों में भी शोक की लहर दौड़ गई।
घटना रात करीब 11 बजे की है, जब गांव निवासी पिंकू राठौर के घर के एक कमरे की छत अचानक भरभराकर गिर पड़ी। उस समय पिंकू की 9 वर्षीय बेटी मुस्कान, 11 वर्षीय बेटी हिमानी और 68 वर्षीय मां रामवती कमरे में सो रही थीं। छत गिरते ही तीनों मलबे के नीचे दब गईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
छत गिरने की तेज आवाज सुनकर आस-पास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और मलबा हटाने का काम शुरू किया। थोड़ी देर में पुलिस भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से तीनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तीनों की मृत्यु हो चुकी थी।
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में शोक का माहौल व्याप्त हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि मकान की छत पहले से ही जर्जर स्थिति में थी और लगातार हो रही बारिश के चलते यह हादसा हुआ।
परिजनों ने बताया कि बरसात शुरू होते ही घर की छत में दरारें आने लगी थीं, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण छत की मरम्मत नहीं करवा पाए। भारी बारिश के कारण छत पर पानी भरता रहा और अंततः रात को यह दर्दनाक हादसा हो गया।
इस दुखद घटना ने शासन-प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर मकानों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। ऐसे मामलों में समय रहते निरीक्षण और सहायता न मिलने के चलते अकसर जानलेवा घटनाएं सामने आती हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और राजस्व विभाग भी नुकसान के आंकलन के लिए मौके पर पहुंच चुका है। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के लिए आर्थिक मदद और उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग प्रशासन से की है।