INDC Network : अयोध्या,उत्तर प्रदेश : अयोध्या के सहादतगंज क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा निर्मित नव-निर्मित फ्लाईओवर, जो लखनऊ-फैज़ाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग और राम पथ तिराहे पर यातायात जाम से बचाने के उद्देश्य से बनाया गया था, उद्घाटन के कुछ ही महीनों बाद ही तकनीकी खामियों का शिकार हो गया। यह फ्लाईओवर मोटर वाहनों के सुगम आवागमन के लिए तैयार किया गया था, लेकिन मानसून की पहली ही बारिश में इसकी हकीकत सामने आ गई।
जानकारी के अनुसार, पहली मानसूनी बारिश के बाद फ्लाईओवर के मुख्य कैरिजवे में दरारें और गड्ढे उभर आए तथा सड़क अपने सामान्य स्तर से धंस गई, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। निर्माण स्थल के सहायक दीवारों पर भी दरारें दिखाई दीं। विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान रेत और मिट्टी के कम्पैक्शन का कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं किया गया, जिसके कारण वर्षा के दौरान मिट्टी खिसकने और धंसने की स्थिति बनी।
करीब छह महीने पहले इस बुनियादी ढांचे का निर्माण कार्य पूरा हुआ था, लेकिन बरसात ने इसके निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए। लखनऊ-अयोध्या-बस्ती-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस फ्लाईओवर के आंशिक रूप से ढहने के बाद यातायात पर बड़ा असर पड़ा। दोपहिया और चारपहिया वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू कर दिए गए हैं।
घटना के बाद प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि निर्माण में हुई खामियों और जिम्मेदार अधिकारियों या ठेकेदारों की पहचान की जा सके। यह परियोजना ट्रैफिक जाम कम करने और आवागमन को सुगम बनाने के उद्देश्य से तैयार की गई थी, लेकिन शुरुआती चरण में ही इसकी निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।