INDC Network : अयोध्या, उत्तर प्रदेश : अयोध्या के मवई क्षेत्र में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब कल्याणी नदी में नाव पलटने से दो किशोर नदी की तेज धार में बह गए। इस हादसे में 15 वर्षीय राधेश्याम का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि 17 वर्षीय सुमित की तलाश अब भी जारी है।
जानकारी के अनुसार, मवई क्षेत्र के शेरपुर गांव के निवासी राधेश्याम और सुमित शुक्रवार को पास के अनार पट्टी गांव में क्रिकेट मैच खेलने गए थे। मैच खत्म होने के बाद दोनों किशोर वापस लौट रहे थे। जाते समय वे पुल से होकर गए थे, लेकिन लौटते समय उन्होंने पुराने घाट से नाव द्वारा नदी पार करने का फैसला किया।
नाव में कुल चार लोग सवार थे — नाविक, एक अन्य युवक, और दोनों किशोर। जैसे ही नाव नदी की बीच धारा में पहुंची, अचानक संतुलन बिगड़ने से नाव पलट गई। पानी की तेज धार के कारण नाव भी बह गई। इस दौरान नाविक और एक युवक तैरकर किनारे आ गए, लेकिन राधेश्याम और सुमित गहरे पानी में डूब गए।
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुछ ही समय बाद राधेश्याम का शव बरामद कर लिया गया, लेकिन सुमित का कोई पता नहीं चला।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए SDRF टीम को बुलाया गया। SDRF के गोताखोर सुमित की तलाश में लगातार प्रयास कर रहे हैं। हादसे की खबर मिलते ही क्षेत्र के विधायक रामचंद्र यादव भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
इस हादसे से दोनों परिवारों में मातम पसरा हुआ है। गांव में भी गम और सदमे का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि कल्याणी नदी के इस हिस्से में धारा बेहद तेज रहती है, और नाव का इस्तेमाल सावधानी के बिना करना खतरनाक हो सकता है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना सुरक्षा उपायों के नाव से नदी पार न करें और ऐसे स्थानों पर बच्चों को अकेला न जाने दें। मवई पुलिस ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक सुमित का पता नहीं चल जाता।
यह घटना एक बार फिर नदी पार करने में सुरक्षा के महत्व को उजागर करती है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पुल की दूरी अधिक है, लोग अक्सर नाव से सफर करना पसंद करते हैं, लेकिन आवश्यक सुरक्षा उपकरणों की कमी और नावों की खराब स्थिति हादसों को न्योता देती है।
फिलहाल पुलिस और SDRF की संयुक्त टीम सुमित की तलाश में जुटी है, और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि खोज अभियान में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।