INDC Network : बाराबंकी, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज में रिश्तों की मर्यादाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला एक तरह से ‘पत्नियों की अदला-बदली’ जैसा है, जिसमें दो दोस्तों ने न सिर्फ अपनी पत्नियों के साथ जबरदस्ती अदला-बदली कर ली, बल्कि इसे मजबूरी और दबाव का रूप भी दे दिया।
जानकारी के अनुसार, अनूप नामक युवक अपनी पत्नी को मजबूर कर रहा था कि वह उसके दोस्त पप्पू के साथ कोर्ट मैरिज कर ले। यही नहीं, अनूप खुद पप्पू की पत्नी के साथ रह रहा है और पिछले चार महीनों से उसी के घर पर डेरा जमाए हुए है।
मामला कैसे शुरू हुआ
अनूप की पत्नी, जो मूल रूप से लोनी कटरा क्षेत्र की रहने वाली है, ने बताया कि शादी के कुछ ही दिनों बाद से अनूप उसके साथ मारपीट करता था। एक बार झगड़े के बाद उसने पत्नी को मायके छोड़ दिया, जहां वह करीब डेढ़ साल तक रही। परिवारवालों के समझाने-बुझाने पर जब वह ससुराल वापस लौटी तो वहां उसने पाया कि उसका पति अनूप उस पर पप्पू के साथ रहने और उससे शादी करने का दबाव बना रहा है।
पत्नी के अनुसार, विरोध करने पर अनूप उसे जान से मारने की धमकी देता और अक्सर मारपीट भी करता।
दोस्ती के नाम पर रिश्तों की नई परिभाषा
पप्पू का आरोप है कि जब वह काम पर जाता, तो अनूप उसके घर आकर उसकी पत्नी से मिलता-जुलता था। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और मामला इस हद तक पहुंच गया कि उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली। पप्पू का कहना है कि उसकी पत्नी ने खुद उसे 10 हजार रुपये दिए और कहा कि वह अनूप की पत्नी से शादी कर ले।
इस मामले को लेकर दोनों परिवारों के बीच कई बार पंचायतें हुईं और पुलिस ने भी समझौता कराने की कोशिश की, लेकिन हर बार मामला विफल रहा। अनूप और पप्पू दोनों अहमदाबाद में नौकरी करते हैं और पास-पास ही रहते हैं। दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और लंबे समय से एक-दूसरे के घरों में आना-जाना था। इसी नजदीकी ने अब रिश्तों का ऐसा रूप ले लिया जिसने सभी को हैरान कर दिया है।
समाज में उठ रहे सवाल
इस पूरे घटनाक्रम ने स्थानीय समाज को भी हैरान कर दिया है। लोग कह रहे हैं कि जहां शादी को पवित्र बंधन माना जाता है, वहीं इस तरह का मामला न सिर्फ समाज की परंपराओं को धक्का पहुंचाता है, बल्कि परिवार और बच्चों के भविष्य के लिए भी गंभीर संकट खड़ा करता है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर देने की बात कही गई है। अधिकारियों का कहना है कि यदि पीड़िता या उसके परिवार की ओर से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई जाती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।