INDC Network : इटावा, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एनडीए की तैयारी कर रहे चार युवक इंटरनेशनल साइबर ठग बन गए। इन्होंने चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया जैसे देशों के साइबर अपराधियों से संपर्क स्थापित किया और ऑनलाइन गेमिंग के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की।
इटावा के एसएसपी ब्रजेश कुमार के मुताबिक, नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर इस गैंग के खिलाफ कुल 32 शिकायतें दर्ज की गई थीं। एक विशेष जांच के दौरान इन अपराधियों की पहचान हुई और फिर कोतवाली, क्राइम ब्रांच और साइबर पुलिस की संयुक्त टीम ने इन्हें गिरफ्तार किया।
जांच में पता चला कि आरोपी उत्तराखंड के देहरादून में एनडीए की कोचिंग ले रहे थे। वहीं रहते हुए इन्होंने जल्दी पैसे कमाने की चाह में विदेशी अपराधियों के संपर्क में आकर ठगी की राह पकड़ी।
100 करोड़ के ट्रांजेक्शन का लालच
पुलिस के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल और चैट्स की जांच में सामने आया कि उन्हें विदेशी ठगों की ओर से 100 करोड़ रुपये तक के ट्रांजेक्शन का लालच दिया गया था। पुलिस को इनके पास से 6 मोबाइल फोन, 1 पेन ड्राइव, 3 पासबुक, 7 चेक बुक, 2 आधार कार्ड, 3 पैन कार्ड, 13 एटीएम कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, 3 क्यूआर कोड, एक बाइक और एक कार बरामद हुई है।
सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब जांच के दौरान बंधन बैंक के एक खाते में करीब 80 लाख रुपये की रकम पाई गई। इसी खाते से जुड़े ट्रांजेक्शन से इस पूरे इंटरनेशनल नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इनाम
एसएसपी ब्रजेश कुमार ने इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस टीम को ₹15,000 का इनाम भी घोषित किया है। साथ ही उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी लालच या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, और किसी के साथ भी बैंकिंग डिटेल्स साझा न करें।
उन्होंने कहा:
“यदि किसी को साइबर अपराध से जुड़ी जानकारी मिले या कोई शंका हो तो हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत करें।”
समाज के लिए चेतावनी
यह मामला केवल एक अपराध नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि जल्द अमीर बनने की चाह किस हद तक ले जा सकती है। एनडीए जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी छोड़कर युवा अगर अपराध की ओर मुड़ते हैं, तो यह केवल उनका ही नहीं, देश के भविष्य का भी नुकसान है।
इसीलिए युवाओं को जागरूक होने और सही रास्ता चुनने की ज़रूरत है। साथ ही, सिस्टम को भी ऐसे ऑनलाइन नेटवर्क पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।