INDC Network : देश-दुनिया : नई दिल्ली: ईरान में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने नागरिकों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने की दी सलाह
भारत सरकार ने बुधवार को एक यात्रा परामर्श जारी करते हुए अपने नागरिकों को ईरान की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है। यह चेतावनी ईरान और इज़राइल के बीच हालिया सैन्य संघर्ष और क्षेत्रीय अस्थिरता के मद्देनज़र जारी की गई है।
भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “पिछले कुछ सप्ताहों में क्षेत्र में हुई सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, भारतीय नागरिकों को ईरान की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।”
ईरान में फंसे भारतीयों के लिए वापसी के विकल्प उपलब्ध
दूतावास ने यह भी कहा कि जो भारतीय नागरिक इस समय ईरान में हैं और लौटना चाहते हैं, वे उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों और फेरी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। साथ ही नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे हालात पर नजर रखें और भारत सरकार की ओर से जारी होने वाली ताज़ा सलाहों का पालन करें।
‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ से शुरू हुआ संघर्ष
13 जून को इज़राइल द्वारा ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू किए जाने के बाद क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया। इस सैन्य कार्रवाई में इज़राइली वायुसेना ने ईरान की परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बमबारी की।
इसके जवाब में, ईरान ने इज़राइली ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ प्रतिक्रिया दी। अमेरिका ने इज़राइल का समर्थन करते हुए ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान जैसे महत्वपूर्ण परमाणु स्थलों पर हमले किए।
12 दिनों में खत्म हुआ युद्ध, ट्रंप ने की घोषणा
12 दिन तक चले इस युद्ध का अंत 24 जून को हुआ जब इज़राइल ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के माध्यम से संघर्ष विराम की घोषणा की। ट्रंप ने इज़राइल की ओर से यह निर्णय सार्वजनिक किया।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम फिर चर्चा में
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA से ईरान ने इस महीने सहयोग निलंबित करने का फैसला किया। ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने संसद द्वारा पारित कानून को मंजूरी दे दी है। इस कदम के बाद पश्चिमी देशों की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
ज्ञात हो कि 2015 में हुए JCPOA परमाणु समझौते से 2018 में अमेरिका के बाहर हो जाने के बाद ईरान ने धीरे-धीरे समझौते की शर्तों को तोड़ते हुए 60% तक यूरेनियम संवर्धन शुरू कर दिया है, जो हथियार-स्तर के काफी करीब है।