INDC Network : नई दिल्ली, भारत : देश की राजधानी नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित हुआ “डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल अवार्ड समारोह 2025”, समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 55 व्यक्तित्वों और संस्थानों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया।
इस भव्य समारोह का आयोजन डॉ. बी. आर. अंबेडकर स्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, खेल, समाजसेवा, पत्रकारिता, कला, संस्कृति और ग्रामीण विकास जैसे अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया।
समारोह का उद्देश्य: अंबेडकर के आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाना
फाउंडेशन के अध्यक्ष मास्टर बी. के. भारत ने अपने संबोधन में कहा —
“डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार आज भी हर वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। हमारा उद्देश्य उन लोगों को सम्मानित करना है जो समानता, शिक्षा और सामाजिक न्याय की दिशा में कार्य कर रहे हैं। यही हमारे समाज की सच्ची प्रगति है।”
इस आयोजन के पीछे का उद्देश्य केवल पुरस्कार वितरण नहीं, बल्कि अंबेडकरवादी मूल्यों — समानता, शिक्षा और मानवता — को समाज के हर हिस्से तक पहुँचाना था।
राष्ट्रीय संगोष्ठी: ग्रामीण महिलाओं की भूमिका पर केंद्रित चर्चा
इस वर्ष समारोह का मुख्य आकर्षण एक राष्ट्रीय संगोष्ठी रही, जो “अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस” के अवसर पर आयोजित की गई थी।
इसमें देशभर से समाजसेवक, शिक्षाविद, डॉक्टर, खेल विशेषज्ञ, और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
संगोष्ठी का संचालन नीरज कुमार मेहरोत्रा (CEO) द्वारा किया गया, जबकि समन्वय की जिम्मेदारी वीर सिंह अंबेडकर ने निभाई।
विचार-विमर्श का केंद्र बिंदु था — ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक नेतृत्व को प्रोत्साहन देना।
मुख्य पुरस्कार विजेता: समाज के स्तंभ बने प्रेरणास्रोत
इस वर्ष के प्रमुख सम्मानित व्यक्तित्वों में शामिल रहे:
- डॉ. अतुल भटनागर – सुप्रसिद्ध समाजसेवी और शैक्षणिक मार्गदर्शक, सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक।
- विजयपाल बघेल (Greenman of India) – पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान।
- एम. एस. चौहान – निदेशक, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया।
- पद्मश्री डॉ. सत्येंद्र लोहिया – विक्रम पुरस्कार विजेता, मध्य प्रदेश से, पैरा स्पोर्ट्स क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धि।

इन चारों विभूतियों ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी असाधारण उपलब्धियों से “अंबेडकर नेशनल अवार्ड” की गरिमा को बढ़ाया।
विशिष्ट अतिथिगणों की उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस वर्ष के समारोह में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व अतिथि के रूप में शामिल हुए, जिनमें शामिल हैं:
- प्रो. (डॉ.) विशाल भार्गव, पूर्व रजिस्ट्रार एवं परीक्षा नियंत्रक, एमपीएमएसयू, मध्य प्रदेश।
- श्री जनार्दन, उप निदेशक, EPFO, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार।
- श्री सत्विंदर सिंह, प्रशासनिक अधिकारी, MHRD, भारत सरकार।
- डॉ. सुशील कुमार विमल, स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार।
- प्रो. संजय राय, विभागाध्यक्ष, समाज कार्य विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय।
- डॉ. देशराज, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, CGHS, भारत सरकार।
- डॉ. जय प्रकाश सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय समन्वयक, बहुजन समाज पार्टी (BSP)।
- श्री धर्मेंद्र कुमार, वरिष्ठ पत्रकार, सहारा समय, और अध्यक्ष, सोशल फाउंडेशन दिल्ली।
इन अतिथियों ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को प्रोत्साहित किया और अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
खेल एवं खेल विज्ञान श्रेणी: संघर्ष और प्रेरणा की मिसालें
खेल जगत के पुरस्कार विजेताओं में शामिल रहे:
- डॉ. सत्येंद्र सिंह लोहिया – पद्मश्री और विक्रम पुरस्कार विजेता, मध्य प्रदेश, पैरा ओलंपिक खेल
- मुहम्मद यूसुफ शेख – वरिष्ठ मार्शल आर्ट्स मास्टर, महाराष्ट्र
- मिस तनु रानी – विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता, उत्तर प्रदेश
- मिस शिवानी गुप्ता – अंतरराष्ट्रीय चैंपियन, उत्तराखंड
- मिस स्वाति – बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खिलाड़ी, उत्तर प्रदेश
- मिस वैष्णवी सिंह – विश्व पदक विजेता (ग्रैपलिंग), उत्तर प्रदेश
- श्री वरुण अहलावत – अध्यक्ष, WBFI, उत्तर प्रदेश
- डॉ. वज़ीर सिंह फोगट – हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर, SAI, MYAS, हरियाणा
- डॉ. चेतना चौधरी – सहायक निदेशक, शारीरिक शिक्षा एवं खेल, राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान
- Fit Hub Explorer – संगठन, दिल्ली
- मिस हिमानी शर्मा – ओलंपिज्म 4 ह्यूमैनिटी प्रतिभागी, जम्मू
- श्री साहिल शर्मा – CEO और निदेशक, Centre for Activity India, दिल्ली

इन खिलाड़ियों और संगठनों ने खेल के माध्यम से समाज में प्रेरणा और अनुशासन का संदेश दिया।
शिक्षा एवं शोध क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान
शिक्षा जगत के क्षेत्र में पुरस्कार पाने वाले नामों में शामिल रहे:
- डॉ. अतुल कृष्ण बौद्ध, संस्थापक, सुभारती विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश।
- डॉ. वीरेन्द्र झाझरियमा, एलएनआईपीई, ग्वालियर।
- प्रो. (डॉ.) मनोज कंन, हिंदी विभाग, पीजीडीएवी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय।
- प्रो. (डॉ.) हर्जीत कौर भाटिया, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय।
- प्रो. गुलशन कुमार, परीक्षा नियंत्रक, दिल्ली विश्वविद्यालय।
- डॉ. ए. के. अरोड़ा, प्राचार्य, रामजस कॉलेज, दिल्ली।
- मिस पारुल त्यागी, प्राचार्य, श्री जैन कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज, हापुड़।
इन सभी ने शिक्षा के क्षेत्र में समावेशी दृष्टिकोण और ज्ञान के लोकतंत्रीकरण की दिशा में कार्य किया।
चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रेरक उदाहरण
स्वास्थ्य क्षेत्र में सम्मानित हुए:
- डॉ. जुही अग्रवाल, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, संतोष डीम्ड विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश।
- डॉ. नेहा जे. सिडनी, वरिष्ठ स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट, हरियाणा।
- डॉ. अक्षय कुमार निगम, प्रोफेसर एवं प्रमुख, विकिरण ऑन्कोलॉजी विभाग, गजरा राजा मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर।
- POCT सर्विसेज़ (लखनऊ) – उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रसिद्ध।
इन सभी को महामारी के बाद के दौर में चिकित्सा क्षेत्र में सामाजिक दायित्व निभाने के लिए सराहा गया।
समाजसेवा: बदलाव के वाहक बने नायक
समाजसेवा श्रेणी के पुरस्कार विजेता रहे:
- विजयपाल बघेल (Greenman of India) – पर्यावरण एवं वृक्षारोपण में 35 वर्षों से सक्रिय।
- चौधरी प्रवीण भारतीय, संस्थापक, भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान।
- डॉ. पुष्पराज सिंह, छत्तीसगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर।
- दीपक वर्मा, अभियंता, उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग।
- हेमंत पुष्कर, डॉक्टर ऑफ ह्यूमैनिटी, उत्तर प्रदेश।
- सयुश फाउंडेशन, लखनऊ की अग्रणी सामाजिक संस्था।
- कल्याणकारी फाउंडेशन, हरियाणा।
- कल्पना देवी, समाजसेविका, उत्तर प्रदेश।
- अरुण कुमार एवं सुनील दत्त, दिल्ली पुलिस के अधिकारी, जिन्हें सेवा भावना के लिए सम्मानित किया गया।
मीडिया एवं पत्रकारिता में उल्लेखनीय कार्य
पत्रकारिता जगत से इस वर्ष सम्मानित हुए:
- अर्पित शाक्य, चीफ एडिटर, INDC नेटवर्क (उत्तर प्रदेश) — निष्पक्ष पत्रकारिता और सामाजिक मुद्दों पर जागरूक रिपोर्टिंग के लिए।
- ज़ोया थॉमस लोबो, भारत की पहली ट्रांसजेंडर फोटोग्राफर, मुंबई।
- वैभव कुमार, चीफ एडिटर, दलित न्यूज़ नेटवर्क (DNN), दिल्ली।
- शिव किशोर सिंह, स्टेट हेड, भास्कर न्यूज़ एजेंसी, उत्तर प्रदेश।

इन पत्रकारों ने सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों की आवाज़ को मंच प्रदान किया।
कला, संस्कृति और नवाचार के प्रतीक
कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में:
- पुष्पेंद्र कुमार राज, चित्रकार, उत्तर प्रदेश।
- महेंद्र कुमार, प्रबंधक, सिद्धि विनायक आईटीआई एवं नर्सिंग संस्थान, उरई।
ग्रामीण विकास और पर्यावरण संरक्षण
ग्रामीण विकास श्रेणी में सम्मानित हुए:
- मीरागपुर गाँव (उत्तर प्रदेश) – भारत का पहला ड्रग-फ्री गाँव घोषित होने का गौरव प्राप्त।
- श्री तारकेश्वर परियोजना, ग्राम गोटरा, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड – जल प्रबंधन, ग्रामीण विकास और कौशल प्रशिक्षण में उत्कृष्ट कार्य।
प्रकाशन एवं विज्ञान
- मयंक आदित्य लोहिया (16 वर्ष) – मध्य प्रदेश के युवा लेखक, जिन्हें “यंग राइटर ऑफ इंडिया” पुरस्कार मिला।
- डॉ. रामास्वामी साउंडरा राजन, हैदराबाद – लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित।
- विजय प्रसाद भट्ट, उत्तराखंड – प्रमुख हर्बल वैज्ञानिक के रूप में सम्मानित।
समारोह की सफलता में आयोजकों की भूमिका
पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का संचालन प्रो. कृष्ण गोपाल (संगठन सचिव) ने किया।
समन्वय वीर सिंह अंबेडकर (राष्ट्रीय संयोजक) के जिम्मे रहा।
फाउंडेशन के अध्यक्ष बी. के. भारत ने कहा —
“यह आयोजन केवल पुरस्कार वितरण नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन है जो अंबेडकर के मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम बनेगा।”


🇮🇳 राष्ट्रीय गान के साथ हुआ समारोह का समापन
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।
इस दौरान उपस्थित सभी मेहमानों ने एक स्वर में कहा कि —
“डॉ. अंबेडकर के विचार आज भी सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा की दिशा में प्रकाशस्तंभ हैं।”
“डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल अवार्ड 2025” केवल एक पुरस्कार समारोह नहीं था, बल्कि यह एक ऐसा सामाजिक आंदोलन था जो अंबेडकर के सिद्धांतों को नए युग में जीवित रखता है।
यह आयोजन उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो समाज, शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, पत्रकारिता और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में “सेवा ही सर्वोपरि” के भाव से काम कर रहे हैं।
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