INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में यादव समाज के दबंगों द्वारा शाक्य समाज के एक शांतिप्रिय परिवार पर किए गए हमले ने न केवल सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचाई है, बल्कि जातीय दबंगई की भयावह तस्वीर भी पेश की है। मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम पट्टी पदुमन में 15 जुलाई को घटित इस शर्मनाक घटना ने कानून-व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, राम सिंह शाक्य पुत्र फकीरे लाल पर ग्राम पिपरगांव से जुड़े कुछ यादव हमलावरों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान परिवार की एक युवती गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे तत्काल डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त जिला अस्पताल, फर्रुखाबाद में भर्ती कराया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हमलावर लंबे समय से गांव में दबंगई कर रहे थे और शाक्य समाज के परिवारों पर अपनी जातीय शक्ति का भय दिखा रहे थे। इस घटना में शामिल आरोपियों को अब तक दो गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं।
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राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
इस अमानवीय हमले की खबर मिलते ही जन अधिकार पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचा। जिला अध्यक्ष (विधि प्रकोष्ठ) एडवोकेट ब्रजेश कुशवाहा, मंडल अध्यक्ष सुदेश शाक्य, और कैप्टन प्रभात शाक्य सहित कई पदाधिकारियों ने पीड़िता का हाल जाना और परिजनों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
इसी बीच युवा शाक्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विवेक शाक्य भी अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का संकल्प लिया।
इस घटना में नरेन्द्र शाक्य वर्तमान जिला पंचायत सदस्य व उनकी पूरी टीम भी इस प्रकरण पर पूरी नजर बनाये हुए हैं, और पीड़ित परिवार को पूरा न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिलाया हैं।

इसके बाद विवेक शाक्य ने पुलिस अधीक्षक आरती सिंह से मुलाकात कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन दोषियों को तत्काल गिरफ्तार नहीं करता, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा।

बढ़ते यादव अत्याचार और प्रशासन की परीक्षा
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि यादव समाज के कुछ तत्व सत्ता और जातीय प्रभुत्व के बल पर समाज में आतंक फैला रहे हैं। शाक्य समाज जैसे सामाजिक रूप से जागरूक समुदायों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
विवेक शाक्य ने कहा, “यह हमला केवल एक परिवार पर नहीं, बल्कि हमारे समाज की गरिमा और न्याय के सिद्धांतों पर हमला है। प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी ही होगी, अन्यथा शाक्य समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा।”
घटना के विरोध में दर्जनों गांवों से आए सैकड़ों युवा कार्यकर्ता अस्पताल और पुलिस कार्यालय के बाहर जुटे, जिससे साफ संदेश गया कि अब अन्याय के खिलाफ समाज चुप नहीं रहेगा।
इस घटना के बाद फर्रुखाबाद सांसद मुकेश राजपूत भी लोहिया अस्पताल में पीड़ित परिवार से मिले और कहा “आज संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद में मोहम्मदाबाद के ग्राम पट्टी प्रदुम्मन निवासी राम सिंह शाक्य पुत्र फकीरेलाल व उनकी पुत्रियां दीक्षा व सुधा को ग्राम पिपरगांव निवासी समाजवादी पार्टी के दबंगों मानवेन्द्र यादव व उसके साथियों द्वारा मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर देने का मामला संज्ञान में आया इस पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंच कर उनका कुशलक्षेम जाना एवं दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही का अस्वाशन दिया।”
पट्टी पदुमन की यह घटना केवल एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि जातीय अहंकार और सामाजिक अत्याचार की प्रतीक बन गई है। यादवों द्वारा बढ़ते अपराधों पर प्रशासन की धीमी कार्रवाई समाज में भय और असंतोष बढ़ा रही है। फर्रुखाबाद पुलिस के लिए यह एक कड़ी परीक्षा की घड़ी है कि वह कैसे पीड़ितों को न्याय दिलाकर सामाजिक संतुलन बहाल करती है।