INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : जिले में 13 अगस्त को आयोजित भव्य ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा देशभक्ति के माहौल में संपन्न हुई। बाहिदपुर से दोपहर 12 बजे शुरू हुई यह यात्रा चार अलग-अलग जत्थों के रूप में विभिन्न रूट से गुजरते हुए दोपहर 1:30 बजे सातनपुर मंडी में पहुंची, जहां सैकड़ों ट्रैक्टर और किसानों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
चार रूट से निकली यात्रा
पहला जत्था – मोहम्दाबाद ब्लॉक अध्यक्ष राजीव उर्फ बड़े और जिला सचिव संजय यादव के नेतृत्व में मोहम्मदाबाद होते हुए बघार मार्ग से सातनपुर मंडी पहुंचा। दूसरा जत्था – तहसील अध्यक्ष अनीश सिंह सोनू सोमवंशी और ब्लॉक अध्यक्ष अजीत कुमार उर्फ टिंकू यादव के नेतृत्व में निबिया चौराहे से सातनपुर मंडी तक पहुंचा। तीसरा जत्था – प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शाक्य, कानपुर मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मी शंकर जोशी और ब्लॉक अध्यक्ष अंकेश गंगवार के नेतृत्व में नवाबगंज से हथियापुर होते हुए सातनपुर मंडी में दाखिल हुआ। चौथा जत्था – शमसाबाद ब्लॉक अध्यक्ष सतीश कठेरिया के नेतृत्व में रोशनाबाद से हजियापुर मार्ग होते हुए सातनपुर मंडी पहुंचा।
सातनपुर मंडी में भव्य संगम
चारों जत्थे निर्धारित समय पर सातनपुर आलू मंडी में पहुंचे, जहां देशभक्ति के नारों और तिरंगों के साथ एक अद्भुत दृश्य देखने को मिला। किसान अपने-अपने ट्रैक्टर पर तिरंगा लहराते हुए पहुंचे और मंडी में एकता और देशप्रेम का संदेश दिया।
सातनपुर मंडी में हुए समापन समारोह में संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों ने किसानों को संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि देश की एकता, सम्मान और बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने किसानों की एकजुटता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी यात्राएं समाज में भाईचारे और देशभक्ति की भावना को मजबूत करती हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था
यात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का खास ध्यान रखा। चारों रूट पर जगह-जगह ग्रामीणों ने फूल बरसाकर जत्थों का स्वागत किया।
देशभक्ति का उत्साह
यात्रा के दौरान पूरे मार्ग पर भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय जवान-जय किसान के नारों की गूंज सुनाई दी। लोगों ने अपने घरों और दुकानों से तिरंगा लहराकर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने का प्रयास किया।
स्थानीय ग्रामीणों और किसानों ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से किसानों और युवाओं में जागरूकता के साथ-साथ देश के प्रति गर्व की भावना भी बढ़ती है। आयोजकों ने सभी सहभागी किसानों और नागरिकों का आभार जताया।