INDC Network : आगरा, उत्तर प्रदेश : आगरा जिले के बाह क्षेत्र के पुरा जसोल गांव में सोमवार देर रात गैस सिलेंडर से रिसाव होने पर एक बड़ा हादसा हो गया। खाना बनाने के दौरान सिलेंडर से गैस लीक हुई और अचानक रसोई में आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग इतनी भीषण हो गई कि घर का ज्यादातर हिस्सा इसकी चपेट में आ गया। इस घटना में एक ही परिवार के 14 लोग बुरी तरह झुलस गए।
पिता को बचाने के लिए दौड़ीं बेटियां
घटना के समय जितेंद्र नामक व्यक्ति रसोई में थे। जब उनकी पत्नी ने गैस की गंध महसूस की, तो उन्होंने जितेंद्र को सिलेंडर चेक करने को कहा। सिलेंडर देखते ही अचानक लपटें उठीं और जितेंद्र अंदर ही फंस गए। यह दृश्य देखकर उनकी बेटियां कुमकुम और दिव्या पिता को बचाने दौड़ीं और उनसे लिपट गईं। लेकिन आग की चपेट में आने से दोनों झुलस गईं। उनके साथ ही बहन प्रीति और पिता भागीरथ भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
25 से 90 प्रतिशत तक झुलसे लोग
डॉक्टरों के अनुसार, पीड़ितों में कई लोग 25% से लेकर 90% तक झुलस गए हैं। जिनकी हालत गंभीर थी, उन्हें तुरंत आगरा रेफर कर दिया गया। सीएचसी बाह के अधीक्षक जितेंद्र वर्मा ने पुष्टि की कि मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया है।
पड़ोसियों के मुताबिक, पूरा हादसा महज तीन मिनट में घटित हो गया। रसोई का दरवाजा खुलते ही लपटें और तेज हो गईं। जितेंद्र समेत पूरा परिवार छत पर इधर-उधर भागता रहा। लोग बचाओ-बचाओ की चीखें लगाते रहे और लपटों से बचने की कोशिश करते रहे।
घायलों की सूची
घटना में घायल लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है –
लक्ष्मण पुत्र बधाईलाल
जितेंद्र पुत्र भागीरथ
प्रीति पुत्री भागीरथ
कुमकुम पुत्री जितेंद्र
दिव्या पुत्री जितेंद्र
भागीरथ पुत्र बनखंडीलाल
केशव देवी पत्नी सिद्धेश्वर
देवेंद्र पुत्र पन्नालाल
आनंद प्रताप पुत्र पन्नालाल
सुरेंद्र प्रताप पुत्र सिद्धेश्वर
सौरभ पुत्र सुरेंद्र प्रताप
उमाशंकर पुत्र पातीराम
चंद्रावती पत्नी उमाशंकर
अगला पुत्र उमाशंकर
फायर ब्रिगेड समय पर नहीं पहुंची
घायल अविनाश सिंह ने बताया कि सूचना देने के बावजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ी देर तक नहीं आई। परिवार और पड़ोसियों ने ही किसी तरह आग बुझाई। तब तक घर का अधिकांश सामान जलकर राख हो गया।
पड़ोसियों ने बताया कि पूरा परिवार एक ही घर में रहता है और घर से बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक ही गेट है। यही वजह रही कि लोग समय रहते बाहर नहीं निकल सके और एक-एक करके आग की लपटों में घिरते चले गए।
प्रशासन और गांव में दहशत
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। गांववालों का कहना है कि अगर समय पर दमकल पहुंच जाती तो नुकसान कम हो सकता था।