INDC Network : एटा, उत्तर प्रदेश : एटा जिले की तहसील अलीगंज में मंगलवार, 02 सितंबर 2025 को बौद्ध आर्मी संगठन उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। संगठन के पदाधिकारियों और अनुयायियों ने कानपुर स्थित गौतम बुद्ध पार्क को शिवालय पार्क में परिवर्तित करने के प्रस्ताव के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया।
इस अवसर पर बौद्ध आर्मी संगठन ने उपजिलाधिकारी अलीगंज को ज्ञापन सौंपा और स्पष्ट कहा कि यह निर्णय न केवल बौद्ध अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है बल्कि संविधान की धर्मनिरपेक्षता की भावना के भी विपरीत है। बौद्ध समुदाय ने इसे अपनी विरासत और आस्था पर हमला बताया।
ज्ञापन सौंपने के दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कन्हैया लाल शाक्य, प्रदेश सचिव इंद्रपाल शाक्य, जिला अध्यक्ष विवेक शाक्य, जिला कोषाध्यक्ष अवनीश कुमार, जिला सचिव पुरुषोत्तम शाक्य, तथा अन्य पदाधिकारी जिनमें विनोद कुमार, पुष्पेंद्र शाक्य और नेत्रपाल गौतम शामिल थे, बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आंदोलनकारियों का कहना है कि यदि सरकार ने इस निर्णय को वापस नहीं लिया तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। उनका मानना है कि यह प्रयास बौद्ध धर्म के प्रतीकों और उनकी पहचान को मिटाने जैसा है।
गौरतलब है कि इस विरोध को राष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। यहां तक कि बसपा सुप्रीमो मायावती और आज़ाद समाज पार्टी (ASP) प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद, सपा सांसद देवेश शाक्य और नीरज मौर्या ने भी इस प्रस्ताव का विरोध किया है और सरकार से तुरंत कदम पीछे हटाने की मांग की है। बौद्ध समुदाय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी विरासत और पहचान से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे।
हालाँकि आपको बता दें नगल निगम कानपुर ने चंद्रशेखर आजाद के ट्वीट का जबाब देते हुए लिखा है कि “नगर निगम कानपुर द्वारा कानपुर शहर में बने प्रसिद्ध बुद्धा पार्क को शिवालय पार्क में परिवर्तित किए जाने सम्बन्धी किसी भी प्रकार का प्रस्ताव नहीं किया गया है।”
महोदय, नगर निगम कानपुर द्वारा कानपुर शहर में बने प्रसिद्द बुद्धा पार्क को शिवालय पार्क में परिवर्तित किए जाने सम्बंधित किसी भी प्रकार का प्रस्ताव नहीं किया गया है ।https://t.co/dAP12jEBwd