INDC Network : फर्रुखाबाद/मैनपुरी, उत्तर प्रदेश : YBS सेंटर राजघाट, संकिसा (मैनपुरी) में 4 से 7 अक्टूबर 2025 तक भव्य बुद्ध महोत्सव का आयोजन होगा। YBS अध्यक्ष सुरेश बौद्ध ने इसकी घोषणा की। इस दौरान बाल प्रतियोगिता, पाली एवं बौद्ध दर्शन संवाद, कवि सम्मेलन, महापरित्राण पाठ और कठिन चीवरदान जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के संकिसा क्षेत्र में संकिसा बुद्ध महोत्सव का आयोजन 4 से 7 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा। इस महोत्सव की औपचारिक घोषणा YBS (यूथ बुद्धिस्ट सोसाइटी) के अध्यक्ष सुरेश बौद्ध ने की। आयोजन स्थल YBS सेंटर राजघाट, संकिसा होगा।
आयोजन समिति की ओर से बताया गया कि इस चार दिवसीय महोत्सव में बौद्ध परंपराओं और संस्कृति से जुड़े विविध कार्यक्रम होंगे। इसका उद्देश्य युवाओं और समाज को बुद्ध के शांति और करुणा के संदेश से जोड़ना है। महोत्सव में देश-विदेश के विद्वान और बौद्ध समाज से जुड़े प्रतिष्ठित लोग भाग लेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत 4 अक्टूबर को बाल महोत्सव एवं प्रतियोगिता से होगी, जिसमें बच्चों को बौद्ध शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। 5 अक्टूबर को पाली एवं बौद्ध दर्शन पर संवाद और कवि सम्मेलन आयोजित होगा। इस सत्र में विद्वान बौद्ध दर्शन और पाली भाषा के महत्व पर चर्चा करेंगे, वहीं कवि सम्मेलन के माध्यम से साहित्य और संस्कृति का समावेश होगा।
6 अक्टूबर को पाली एवं बौद्ध दर्शन पर संवाद/अधिवेशन होगा, जिसमें बौद्ध शिक्षाओं को आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत किया जाएगा। यह दिन समाज में नैतिक मूल्यों और करुणा की भावना को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रहेगा।
महोत्सव का समापन 7 अक्टूबर को होगा, जब अभिधम्म देशना, महापरित्राण पाठ और कठिन चीवरदान का आयोजन किया जाएगा। कठिन चीवरदान बौद्ध परंपरा का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें उपासक एवं भिक्षुओं को चीवर (कपड़े) अर्पित करते हैं।
YBS अध्यक्ष सुरेश बौद्ध ने कहा कि इस आयोजन का मकसद सिर्फ धार्मिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं है, बल्कि नई पीढ़ी को बुद्ध की शिक्षाओं से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि संकिसा वह ऐतिहासिक स्थान है जहाँ बुद्ध ने अपने प्रवास के दौरान महत्वपूर्ण उपदेश दिए थे।
YBS अध्यक्ष सुरेश बौद्ध का शानदार इंटरव्यू एवं संकिसा के इतिहास पर चर्चा अर्पित शाक्य के साथ –
महोत्सव के दौरान विभिन्न राज्यों से बौद्ध अनुयायी, भिक्षु और समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे। आयोजन समिति का कहना है कि यह कार्यक्रम संकिसा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊर्जा देगा।