INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने किसानों की समस्याओं को लेकर एक बार फिर बड़ा आंदोलन खड़ा करने का ऐलान किया है। आगामी 22 सितंबर 2025, सोमवार सुबह 10 बजे से फर्रुखाबाद जिले के हाथीपुर (हथियापुर) में किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस महापंचायत में हजारों किसानों की भीड़ जुटने की संभावना है।
मुख्य अतिथि और नेतृत्व
महापंचायत में राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा संगठन के राष्ट्रीय महासचिव चौ. राजवीर सिंह जादौन, प्रदेश अध्यक्ष राज्यपाल शर्मा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी विजेंद्र सिंह यादव और पवन खटाना, युवा प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश चंद्र यादव, उपाध्यक्ष शमीम सिद्दीकी, प्रदेश सचिव तिलक सिंह राजपूत सहित कई दिग्गज नेता मंच साझा करेंगे।
जिलास्तरीय प्रतिनिधि भी शामिल
इस महापंचायत में कानपुर नगर के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मौर्य, कानपुर देहात के हुकुम सिंह यादव, औरैया के विपिन राजपूत, इटावा के संजीव यादव, कन्नौज के महेंद्र प्रताप सिंह, मैनपुरी के मुकेश यादव, संभल के मनपाल सिंह, फिरोजाबाद के अतुल यादव और आगरा के राजवीर सिंह लवानिया समेत कई जिलाध्यक्षों की मौजूदगी तय है।
प्रमुख माँगें और मुद्दे
महापंचायत में किसानों की पाँच बड़ी माँगें प्रमुख रूप से उठाई जाएँगी:
- लिंक एक्सप्रेस-वे का विरोध – किसानों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे के लिए जमीनों के अलग-अलग सर्किल रेट तय किए गए हैं। उपजाऊ जमीन का रेट कम और अनुपजाऊ का अधिक रखा गया है, जिससे किसानों में आक्रोश है। किसानों की माँग है कि सभी जगहों का रेट समान किया जाए और उसे बढ़ाया भी जाए। साथ ही, तीन कटों के कारण हजारों बीघा जमीन ली जा रही है। किसान चाहते हैं कि चढ़ने-उतरने की सड़कें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह समानांतर बनाई जाएँ।
- सर्वे की खामियों को दूर करने की माँग – किसानों का आरोप है कि मौजूदा सर्वे त्रुटिपूर्ण है क्योंकि यह गाँव की आबादी से होकर गुजर रहा है। नियमों के अनुसार एक्सप्रेस-वे आबादी से कम से कम 200 मीटर दूर होना चाहिए।
- बाढ़ से बचाव हेतु बाँध निर्माण – कायमगंज तहसील और कमालगंज ब्लॉक के गंगा नदी किनारे तथा अमृतपुर तहसील के रामगंगा किनारे बाँध बनाने की माँग रखी जाएगी ताकि किसानों को हर साल की बाढ़ से राहत मिल सके।
- चकबंदी निरस्त करने की माँग – मोहम्मदाबाद ब्लॉक की बराकेशव ग्राम सभा में चकबंदी वोटिंग पूरी हो चुकी है। किसान संगठन ने वोटिंग के आधार पर चकबंदी निरस्त करने और तत्काल आदेश जारी करने की माँग की है।
- आलू के निर्यात की व्यवस्था – फर्रुखाबाद आलू उत्पादन का प्रमुख केंद्र है। कोल्ड स्टोरेज में आलू के दाम न मिलने से किसान चिंतित हैं। संगठन ने सरकार से आलू निर्यात की ठोस व्यवस्था करने की माँग की है।
किसानों की तैयारी
भाकियू (टिकैत) के जिलाध्यक्ष अजय कटियार, प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद सिंह शाक्य और संरक्षक छविनाथ सिंह शाक्य ने बताया कि यह महापंचायत किसानों की आवाज बुलंद करने के लिए ऐतिहासिक साबित होगी। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर अपनी ताकत दिखाने की अपील की है।
स्पष्ट है कि फर्रुखाबाद की यह महापंचायत केवल स्थानीय मुद्दों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर किसानों की आवाज बनेगी। राकेश टिकैत की मौजूदगी से यह आंदोलन और भी असरदार होगा और सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास करेगा।
30 जुलाई 2025 को लिंक एक्सप्रेस-वे का जिला मुख्यालय पर फर्रुखाबाद के किसानों ने कुछ इस तरह प्रदर्शन किया था।
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