INDC Network : औरैया,उत्तर प्रदेश : बुजुर्ग माता-पिता को भगवान का दर्जा देने वाली भारतीय परंपरा को शर्मसार कर देने वाला एक मामला उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में सामने आया है। यहां एक कलयुगी बेटे ने अपने पिता को जमीन और पेंशन के पैसों के विवाद में वैन से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।
घटना का क्रम
यह सनसनीखेज मामला औरैया के अयाना थाना क्षेत्र का है। मृतक की पहचान 85 वर्षीय रमेश चंद्र पाल के रूप में हुई है, जो सेवानिवृत्त सैनिक थे। बुधवार को वह हमेशा की तरह शाम को तालाब किनारे टहलने गए थे। घर लौटते समय उनके बेटे पदम ने गुस्से और लालच में आकर अपनी वैन उन्हें कुचल दी। हादसे के बाद रमेश चंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
पिता की मौत और बेटे का फरार होना
घटना के बाद रमेश चंद्र के पोते अंकित ने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अयाना पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दौरान अंकित को भी हल्की चोटें आईं। आरोपी बेटा वैन वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया।
परिवार में लंबे समय से चल रहा विवाद
जानकारी के अनुसार, रमेश चंद्र पाल की दो शादियां हुई थीं। पहली पत्नी माया देवी से उनके दो बेटे — मोती सागर और किरन कुमार हैं। वहीं, दूसरी पत्नी सिया देवी से तीन बेटे — पदम, जगदेव और शिव विजय हुए। परिवार में लंबे समय से जमीन के बंटवारे और पेंशन की रकम को लेकर विवाद चल रहा था। आरोपी बेटा पदम अपने हिस्से में कम जमीन मिलने से नाराज था और अक्सर पेंशन की रकम को लेकर भी पिता से झगड़ता था।
परिवारिक कलह और विवादों से परेशान होकर रमेश चंद्र करीब 10 साल पहले संन्यास ले चुके थे। वह पहले गांव के मंदिर में रहते थे और बाद में इटावा के महेवा मंदिर चले गए थे। विवाद शांत होने के बाद वह फिर से अपने गांव लौट आए थे, लेकिन बेटे का लालच उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और घटना में प्रयुक्त वैन को कब्जे में ले लिया गया है। अयाना थाना प्रभारी हरिकेश गुप्ता ने बताया कि यह मामला स्पष्ट रूप से संपत्ति विवाद से जुड़ा है। फिलहाल परिवार की ओर से लिखित शिकायत नहीं दी गई है, लेकिन पुलिस आरोपी पदम की तलाश में जुट गई है।
यह घटना केवल औरैया ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। लोग बेटे की इस निर्ममता की कड़ी निंदा कर रहे हैं। पारिवारिक संपत्ति विवाद किस हद तक रिश्तों को तोड़ सकता है, इसका यह ताजा उदाहरण समाज के लिए एक बड़ा सबक है।