INDC Network : फिरोजाबाद,उत्तर प्रदेश : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर नसीरपुर कट के पास गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। तेज रफ्तार में ट्रक और कार की आमने-सामने की टक्कर से कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
घायल व्यक्ति की पहचान कुलदीप पुत्र हीरा सिंह, निवासी निहाल बिहारगंज, दिल्ली के रूप में हुई है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुलदीप गंभीर रूप से घायल हो गए, उनका दाहिना पैर बुरी तरह फ्रैक्चर हो गया और शरीर के विभिन्न हिस्सों में गहरी चोटें आईं।
स्थानीय लोगों ने दी सूचना, घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया
हादसे के बाद मौके पर मौजूद राहगीरों ने तुरंत पुलिस और 108 एंबुलेंस सेवा को सूचना दी। हादसे की गंभीरता को देखते हुए घायल को प्राथमिक रूप से जिला संयुक्त चिकित्सालय, शिकोहाबाद ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया लेकिन हालत नाजुक देखते हुए उन्हें PGI सैफई, इटावा रेफर कर दिया।
108 एंबुलेंस टीम की तत्परता: ऑक्सीजन सपोर्ट और एयर स्प्लिंट से मिली राहत
सूचना मिलते ही 108 एंबुलेंस संख्या UP 32 EG 4703 की टीम घटना स्थल पर पहुंची।
एंबुलेंस टीम ने तुरंत घायल को स्ट्रेचर पर शिफ्ट किया और एंबुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट दिया, ताकि उसकी साँसें सामान्य बनी रहें।
चूंकि घायल कुलदीप का पैर गंभीर रूप से टूटा था, EMT टीम ने विशेष तकनीक का उपयोग करते हुए एयर स्प्लिंट लगाया। इससे उन्हें काफी राहत मिली और फ्रैक्चर क्षेत्र स्थिर हो गया, जिससे आगे की यात्रा सुरक्षित बन सकी।
EMT ने किया उन्नत प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार
एंबुलेंस में मौजूद EMT शिवम ने चिकित्सा प्रोटोकॉल के अनुसार रोगी का Airway, Breathing और Circulation (ABC) चेक किया और उसे स्थिर रखा।
उपचार के दौरान लगातार डॉ. रस्तोगी से टेलीमेडिकल गाइडेंस मिलता रहा। डॉक्टर के निर्देश पर दवाइयां और उपकरणों का उपयोग कर मरीज की स्थिति को नियंत्रित किया गया।
टीम ने बिना समय गंवाए कुलदीप को सुरक्षित रूप से PGI सैफई में भर्ती कराया, जहां आगे का उपचार जारी है।
डॉक्टरों और परिजनों ने की 108 एंबुलेंस टीम की सराहना
PGI सैफई के डॉक्टरों ने एंबुलेंस टीम द्वारा मौके पर किए गए तेज और सटीक उपचार की प्रशंसा की।
घायल के परिजनों ने भी कहा कि—
“108 एंबुलेंस टीम की समय पर पहुंच और उनकी तत्परता ने ही हमारे बेटे की जान बचाई। उनका यह कार्य वास्तव में मानव सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है।”
108 सेवा का यह उदाहरण दिखाता है कि आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया किसी की जिंदगी सुरक्षित रखने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।



















