INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : फर्रुखाबाद में 19 अगस्त 2025 को आयोजित किसान संगठन की बैठक में बड़ी संख्या में लिंक एक्सप्रेसवे से प्रभावित किसान शामिल हुए। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद शाक्य ने कहा कि किसानों की जमीन उनकी मर्जी के बिना कोई नहीं ले सकता। उन्होंने सवाल उठाया कि जनपद में गंगा एक्सप्रेसवे क्यों नहीं बनाया गया और क्यों किसानों से वार्ता किए बिना लिंक एक्सप्रेसवे पर ज़बरन भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है।
मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मी शंकर जोशी ने जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसी बीच जिला अध्यक्ष अजय कटियार ने बैठक में ऐलान किया कि यह लड़ाई लंबी चलेगी और इसमें पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, जिन्हें भूमि अधिग्रहण आंदोलनों में महारत हासिल है, जल्द ही फर्रुखाबाद आएंगे और किसानों की जमीनों पर डाका डालने की कोशिशों का डटकर विरोध करेंगे।
बैठक में जिला संरक्षक छविनाथ शाक्य, पूर्व मंडल सचिव अफरोज मंसूरी, जिला उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मिश्रा, जगन्नाथ शाक्य, अजय पाल यादव, जिला प्रवक्ता गोपी शाक्य, जिला कोषाध्यक्ष विमलेश शाक्य, जिला महासचिव अभय यादव, जिला मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा, जिला सचिव सुग्रीव पाल, पुजारी कटियार, संजय यादव बिजनेश, अरविंद गंगवार, अंकित राजपूत, रामबिलास राजपूत, अनीश सिंह, सोनू सोमवंशी, कमलेश शाक्य, शिवराम शाक्य, सतीश कठेरिया, अजीत कुमार उर्फ टिंकू यादव और रजत गंगवार सहित कई पदाधिकारी और पीड़ित किसान मौजूद रहे।
बैठक का मुख्य संदेश यह रहा कि किसान अपनी जमीन बचाने के लिए संगठित हैं और उनकी सहमति के बिना कोई भी परियोजना लागू नहीं की जाएगी। किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि यह आंदोलन केवल फर्रुखाबाद तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि प्रदेशभर में एक बड़ी लड़ाई के रूप में सामने आएगा।
लिंक एक्सप्रेसवे को लेकर किसानों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है और संगठन के नेताओं का मानना है कि जब तक किसानों से सीधे संवाद नहीं किया जाएगा, तब तक यह आंदोलन और प्रबल होगा। राष्ट्रीय स्तर पर किसान नेता राकेश टिकैत की अगली मौजूदगी इस लड़ाई को नया मोड़ दे सकती है।