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Farrukhabad

15 दिसंबर को रामपुर ढपरपुर किसानों का बड़ा आंदोलन, नाले के गंदे पानी और खरीद घोटाले पर घेराव

INDC Network : फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश : रामपुर ढपरपुर क्षेत्र में ग्रामीणों और किसानों के सामने बढ़ती समस्याओं को लेकर नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। इसी मुद्दे को केंद्र में रखते हुए 7 दिसंबर 2025 को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) फर्रुखाबाद इकाई ने रामपुर ढपरपुर में एक पंचायत आयोजित की। पंचायत की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अजय कटियार ने की और यहीं से 15 दिसंबर को होने वाले बड़े आंदोलन का ऐलान किया गया।

अजय कटियार ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन हर महीने 15 तारीख को प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत तहसीलों में कार्यक्रम आयोजित करती है, लेकिन इस बार फर्रुखाबाद की स्थिति को देखते हुए आंदोलन और व्यापक होगा। उन्होंने घोषणा की कि सदर तहसील फर्रुखाबाद और नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद दोनों का घेराव किया जाएगा।

ग्रामीण नारकीय जीवन जी रहे, शहर का गंदा पानी खेतों में भरता

कटियार ने बताया कि रामपुर ढपरपुर और निकटवर्ती गांवों की सबसे बड़ी समस्या है—शहर से आने वाला गंदे नाले का पानी, जो सीधे किसानों के खेतों में छोड़ा जाता है। खेतों में पानी भरने से
• सब्जियों की खेती प्रभावित हो रही है
• मिट्टी खराब हो रही है
• बदबू से ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है
• बच्चों और बुजुर्गों में सांस संबंधी बीमारी बढ़ रही है

उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा नाले की सिल्ट निकालकर सड़क पर ही डाल दी जाती है, जिससे पूरे क्षेत्र में असहनीय दुर्गंध फैल जाती है। यदि 15 दिसंबर से पहले यह सिल्ट नहीं उठाई गई, तो किसान इसे भरकर नगर पालिका परिसर में डालेंगे

छोटे किसान मजदूरी करने को मजबूर

गंदे पानी और जलभराव से फसलें नष्ट होने लगी हैं। कई छोटे किसान दो-दो महीनों से खेतों में पानी भरे होने की वजह से खेती नहीं कर सके और उन्हें शहर में मजदूरी करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

क्रय केंद्रों पर किसानों से खुली लूट—BKU ने उठाई आवाज

अजय कटियार ने कहा कि जनपद में बने क्रय केंद्रों पर मक्का, बाजार और धान की खरीद में किसानों के साथ खुली लूट हो रही है। किसानों को नाजायज कटौती का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि यह लूट बंद नहीं हुई तो किसान आंदोलन और तेज करेंगे।

बाढ़ प्रभावित किसानों को बिजली बिल में राहत की मांग

पंचायत में यह मुद्दा भी जोर से उठा कि इस वर्ष बाढ़ से प्रभावित किसानों के खेत महीनों तक पानी में डूबे रहे। कई गांवों में लंबे समय तक बिजली नहीं आई, फिर भी बिजली विभाग बिल वसूली कर रहा है। यूनियन ने मांग की कि बाढ़ प्रभावित किसानों के बिजली बिल पूरी तरह माफ किए जाएं।

200 ट्रैक्टरों के साथ होगा जिला स्तरीय घेराव

कटियार ने घोषणा की— “यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो 200 ट्रैक्टरों के साथ तहसील और नगर पालिका का घेराव किया जाएगा। यह आंदोलन किसानों की मजबूरी नहीं, अधिकारों के लिए संघर्ष है।”

जनप्रतिनिधियों पर भी बरसे किसान नेता

उन्होंने कहा कि जनपद के जनप्रतिनिधियों को यह देखना चाहिए कि यहां के लोग किस दुर्गंध और कठिनाई में जीवन बिता रहे हैं। “जनप्रतिनिधि एक दिन इस गंदगी में रहकर देखें तो उन्हें ग्रामीणों की पीड़ा का एहसास होगा।”

पंचायत में बड़ी संख्या में किसान मौजूद

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता रूपलाल जी ने की और सूचना जिला महासचिव अभय यादव ने जारी की। इस मौके पर सदर तहसील उपाध्यक्ष अनुज राजपूत, बढ़पुर ब्लॉक अध्यक्ष शिवराम शाक्य, रामपुर ढपरपुर प्रधान निरोत्तम राजपूत, भोपत नगला प्रधान श्याम शाक्य, अमिलपुर प्रधान पति रविन्द्र शाक्य सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

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