INDC Network : इटावा, उत्तर प्रदेश : इटावा जिले के ताखा ब्लॉक के नगला गंगे प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक सुनील कुमार पिछले पांच महीनों से बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के स्कूल में रह रहे थे। जिस कमरे में कक्षा लगनी चाहिए, उसी कमरे को उन्होंने निजी ऑफिस और किचन बना लिया था। वहीं एक अन्य कक्षा में उन्होंने चारपाई, मेज, बीड़ी-माचिस और घरेलू सामान जमा कर रखा था।
घटना मंगलवार सुबह की है। छात्र ने जब पानी पीने के लिए छुट्टी मांगी तो सुनील कुमार नाराज हो गए। ग्रामीणों के अनुसार, शिक्षक ने छात्र को सबक सिखाने के लिए उसे मुर्गा बना दिया और मुँह में बीड़ी डाल दी। इसके बाद तंबाकू ठूंसा और बार-बार पीटा गया। जब तक छात्र बेहोश नहीं हो गया, तब तक पिटाई जारी रही।
घटना की जानकारी जब छात्र के परिजन और गांव वालों को हुई तो उन्होंने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुँची और देखा कि छात्र बुरी हालत में पड़ा था। ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक पहले भी छात्रों के साथ मारपीट कर चुके हैं, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई।
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गांव वालों ने बताया कि शिक्षक स्कूल में अकेले रहते थे, अक्सर बच्चों से घरेलू काम कराते थे और उन्हें शिक्षा देने की बजाय अपमानजनक व्यवहार करते थे। प्रधानाध्यापक के खिलाफ पहले भी शिकायत की गई थी, लेकिन इस बार ग्रामीणों के दबाव और छात्र की हालत देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया।
बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) राजेन्द्र कुमार ने बताया कि किसी भी शिक्षक को ऐसी सजा देने का अधिकार नहीं है। घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है और आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।