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सीज़फायर के कुछ घंटे बाद थाईलैंड ने लगाया कंबोडिया पर संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप

INDC Network : देश-विदेश : सीज़फायर के कुछ घंटे बाद थाईलैंड ने लगाया कंबोडिया पर संघर्ष विराम उल्लंघन का आरोप

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच वर्षों से चला आ रहा सीमा विवाद एक बार फिर गंभीर रूप लेता दिख रहा है। सोमवार को मलेशिया की मध्यस्थता में दोनों देशों के बीच तत्काल और बिना शर्त संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी, लेकिन सीज़फायर लागू होने के कुछ ही घंटों बाद थाईलैंड ने कंबोडिया पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विनथाई सुवारी ने कहा कि कंबोडिया ने आधी रात के बाद कई स्थानों पर थाई क्षेत्र पर हमला किया, जिसे “जानबूझकर किया गया उल्लंघन” करार दिया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि थाई सेना ने ठीक रात 12 बजे गोलीबारी रोक दी थी, लेकिन राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की गई।

इस बीच, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने मंगलवार सुबह एक फेसबुक संदेश में कहा कि “सीज़फायर के बाद से सीमावर्ती इलाकों में स्थिति शांत है।”

सीमावर्ती शहर समरोंग (कंबोडिया) से एएफपी संवाददाता ने बताया कि सोमवार देर रात विस्फोटों की आवाजें बंद हो गई थीं और सुबह तक शांति बनी रही।

उल्लेखनीय है कि यह संघर्ष गुरुवार से शुरू हुआ था और अब तक कम से कम 38 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 3 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय दबाव में दोनों देशों ने मलेशिया में वार्ता के बाद युद्धविराम की घोषणा की थी।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को हस्तक्षेप करते हुए चेतावनी दी थी कि यदि हिंसा नहीं रुकी तो व्यापार वार्ता रोक दी जाएगी। अमेरिका ने दोनों देशों पर 1 अगस्त से 36% टैरिफ लगाने की योजना बनाई है।

सीज़फायर वार्ता में अमेरिका और चीन के अधिकारी भी शामिल रहे। ट्रंप ने बाद में सोशल मीडिया पर खुद को “President of PEACE” घोषित करते हुए इसका श्रेय लिया।

हालांकि थाईलैंड ने अपनी सीमावर्ती आबादी को अब भी घर न लौटने की सलाह दी है। दोनों देशों की सेनाएं अब 4 अगस्त को फिर से एक बैठक के लिए तैयार हैं, ताकि विवाद को शांतिपूर्ण हल दिया जा सके।

मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण पहला कदम है शांति की ओर।” वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने दोनों देशों से अपील की है कि वे “संघर्षविराम का पूरी तरह पालन करें और एक स्थायी शांति के लिए प्रयास करें।”

थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचयाचाई ने भी आश्वस्त किया कि थाईलैंड “शांति के पक्ष में है और संघर्षविराम को पूरी नीयत से लागू करेगा।”

इस संकट के बीच दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में अभी भी तनाव बना हुआ है। दोनों सेनाओं ने आरोप-प्रत्यारोप के साथ एक-दूसरे पर उकसावे और हमले का आरोप लगाया है, खासकर विवादित मंदिरों और पहाड़ी इलाकों में।

स्थिति भले ही फिलहाल शांत हो, लेकिन यह संघर्ष एक लंबे समय से चला आ रहा विवाद है, जिसके समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन और ईमानदार कूटनीति की जरूरत है।

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