INDC Network : अलीगढ़,उत्तर प्रदेश : अलीगढ़ जिले के दादों थाना क्षेत्र में शनिवार को रक्षाबंधन पर्व के दिन एक गंभीर घटना सामने आई, जिसने प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आलमपुर चौराहे पर ड्यूटी के दौरान सिहानी फरीदपुर के ग्राम प्रधान और उसके साथियों ने दारोगा पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमलावरों ने मारपीट करने के साथ उनका मोबाइल फोन और पर्स छीन लिया तथा वर्दी तक फाड़ डाली।
घटना का क्रम
पीड़ित दारोगा राजवीर सिंह, जो इटावा जिले के सहसों क्षेत्र के ग्राम सिंडौस के निवासी हैं, उस समय आलमपुर चौराहे पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात थे। बारिश के कारण वह एक कपड़े की दुकान के अंदर बैठे थे। इसी दौरान दोपहर में ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव अपने तीन साथियों—अरविंद, शैलेश और संतोष—के साथ वहां पहुंचा। सभी के हाथों में लाठी-डंडे थे।
दुकान में घुसते ही आरोपितों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और दारोगा पर चालान करने का आरोप लगाया। बिना किसी चेतावनी के उन्होंने लाठी-डंडों से हमला शुरू कर दिया।
मोबाइल और पर्स की लूट
हमले के दौरान दारोगा ने थाने को सूचना देने की कोशिश की, लेकिन आरोपितों ने उनकी जेब से मोबाइल फोन छीन लिया। इसके साथ ही उनका पर्स भी ले लिया, जिसमें आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और पहचान पत्र रखा हुआ था।
अन्य लोगों की भूमिका
जब दारोगा हमले से बचने के लिए दुकान से बाहर निकले, तो चौराहे पर मौजूद नगरिया सिहानी के निवासी ननुका और वेद प्रकाश भी वहां आ गए। इन दोनों ने भी दारोगा के साथ मारपीट की और वर्दी फाड़ दी।
शोर सुनकर कुछ दूरी पर ड्यूटी कर रहे एसआई सचिन कुमार और अभिनव सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह दारोगा को हमलावरों से बचाया। हमले में घायल दारोगा को छर्रा सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
पुलिस कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने प्रधान देवेंद्र यादव, अरविंद, शैलेश, संतोष, ननुका और वेद प्रकाश के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सीओ छर्रा धनंजय सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह घटना न केवल पुलिस बल की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में अपराधियों के बढ़ते हौसले को भी उजागर करती है। ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी पर इस तरह का हमला प्रदेश में पुलिस की चुनौतियों को रेखांकित करता है।