INDC Network : फतेहपुर, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दीपावली से पहले ही पटाखा बनाने का काम घातक साबित हुआ। रविवार सुबह हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में एक मकान तेज धमाके के साथ ध्वस्त हो गया, जिससे एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई और उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा हुसैनगंज थाना क्षेत्र के मीठा जसरा मोड़ के पास स्थित एक घर में हुआ, जहां 45 वर्षीय वीरेंद्र कुमार और उसकी पत्नी विमला पटाखा बनाने का काम कर रहे थे।
धमाके से मकान मलबे में तब्दील
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुबह करीब 9:30 बजे घर के भीतर अचानक एक जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके की गूंज इतनी तीव्र थी कि आसपास के कई मकानों की दीवारें और खिड़कियां तक हिल उठीं। देखते ही देखते वीरेंद्र कुमार का मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया और दंपत्ति मलबे में दब गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया।
ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक 40 वर्षीय महिला विमला की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, गंभीर रूप से घायल वीरेंद्र कुमार को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी स्थिति अब भी नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर
सूचना पाकर थाना प्रभारी अरुण चतुर्वेदी और अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पाल सिंह पुलिस बल व फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पटाखा बनाने के दौरान विस्फोट की चिंगारी इतनी भयानक थी कि पूरा घर ढह गया। मौके पर फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए और जांच शुरू की।
अपर पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि संबंधित परिवार लंबे समय से पटाखा बनाने का कार्य कर रहा था। और संभवतः किसी चूक की वजह से यह हादसा हुआ। फिलहाल, मामले की गहन जांच की जा रही है और आसपास के इलाके में भी छानबीन शुरू कर दी गई है।
परिजनों और ग्रामीणों में दहशत
इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि दीपावली के मौके पर लोग अक्सर पटाखे बनाने और बेचने का काम करते हैं, लेकिन इस बार हादसा इतना बड़ा था कि पूरा गांव सहम गया है। लोग मांग कर रहे हैं कि पुलिस ऐसे अवैध पटाखा निर्माण पर सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
शव पोस्टमार्टम को भेजा गया
पुलिस ने मृतका विमला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, घायल वीरेंद्र का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है और उसे बेहतर उपचार के लिए बड़े अस्पताल रेफर किया जा सकता है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना लाइसेंस के पटाखा बनाने या भंडारण का काम न करें। दीपावली पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस प्रशासन लगातार निगरानी रखेगा और ऐसे मामलों में लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



















