INDC Network : फतेहपुर, उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के अबूनगर इलाके में सोमवार को एक मकबरे में तोड़फोड़ का मामला सामने आया, जिसने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। यह घटना उस समय हुई जब कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य, मंदिर होने का दावा करते हुए, वहां पूजा करने पहुंचे।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने दी थी चेतावनी सूत्रों के अनुसार, भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने पहले ही जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी कि वह हिंदू समूहों के साथ इस स्थल पर पूजा करेंगे। इससे पहले, 9 अगस्त को “मठ मंदिर संघर्ष समिति” ने जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को एक ज्ञापन देकर दावा किया था कि यह स्थल मूल रूप से ठाकुरद्वारा मंदिर था और इसे ‘अवैध कब्जे’ से मुक्त कराया जाए।
कड़ी सुरक्षा के बावजूद तोड़फोड़ तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने स्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। इसके बावजूद सोमवार सुबह करीब 10 बजे भाजपा, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्य बैरिकेड तोड़कर मकबरे तक पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस दौरान मुख्य दरवाजे और अंदर स्थित कब्र को नुकसान पहुंचाया गया।
वायरल वीडियो और भगवा झंडा सोशल मीडिया पर एक कथित वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ लोग मकबरे के हिस्सों को तोड़ते और वहां भगवा झंडा फहराते नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस वीडियो की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है।
दूसरे समुदाय के लोगों के आने से स्थिति बिगड़ी घटना के दौरान दूसरे समुदाय के लोग भी मौके पर पहुंच गए, जिससे नारेबाजी और पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
पुलिस की कार्रवाई और मुकदमा दर्ज फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बाद 10 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 190 (गैरकानूनी जमाव), 191(3) (दंगा), 301 (संपत्ति को नुकसान) समेत अन्य धाराएं शामिल हैं।
ड्रोन और वीडियो फुटेज से पहचान एसपी ने कहा कि “वीडियो और ड्रोन फुटेज के जरिए उन लोगों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने मकबरे में प्रवेश किया और नुकसान पहुंचाया।” उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन अलर्ट, माहौल सामान्य करने की कोशिश घटना के बाद से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और प्रशासन ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव की आशंका के चलते सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।